18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

किसानों के अरमानों पर हुई ओलावृष्टि

बेलौन के पैक्स अध्यक्ष मेराज आलम ने बताया कि ओलावृष्टि से क्षेत्र के पचासों एकड़ जमीन में लगी फसल बरबाद हो गयी है. बलिया बेलौन : रविवार को तेज हवा व आंधी के साथ-साथ बर्फबारी हाेने से बलिया बेलौन सहित मरिया, सिंहपुर, पेलापुर में मकई, गरमा धान, आम, सब्जी आदि फसल को व्यापक पैमाने पर […]

बेलौन के पैक्स अध्यक्ष मेराज आलम ने बताया कि ओलावृष्टि से क्षेत्र के पचासों एकड़ जमीन में लगी फसल बरबाद हो गयी है.
बलिया बेलौन : रविवार को तेज हवा व आंधी के साथ-साथ बर्फबारी हाेने से बलिया बेलौन सहित मरिया, सिंहपुर, पेलापुर में मकई, गरमा धान, आम, सब्जी आदि फसल को व्यापक पैमाने पर क्षति हुई है. बेलौन के पैक्स अध्यक्ष मेराज आलम ने बताया कि ओलावृष्टि से क्षेत्र में पचासों एकड़ जमीन में गी फसल बरबाद हो जाने पर किसानों की हालात खराब है.
वहीं किसान सिराजुल इस्लाम, अब्दुल गफ्फार, जमशेद, महबूब, खुर्शीद, मो आजम, नजामुद्दीन, अलीमुद्दीन, शाहिद, नसीमुद्दीन, आलम जमीरूल, कमरूल, नौशाद, फरीद, जलाल, अली, जहीर, एकबाल आदि को काफी क्षति होने से हाहाकार मचा है. मुखिया प्रतिनिधि अब्दुल रउफ ने बताया कि किसी तरह कर्ज लेकर किसान खेती करता है. प्राकृतिक आपदा से फसल को हानि पहुंचने से किसानों की स्थिति दयनीय बन जाती है. मो एखलाख आलम ने कृषि पदाधिकारी से किसानों के क्षति का आकलन कर क्षतिपूर्ति दिये जाने की मांग की है.
ओलावृष्टि से बारसोई के किसान तबाह
बारसोई. रविवार को अचानक हुई आंधी के साथ ओलावृष्टि से बारसोई क्षेत्र के कई गांवों के खेतों में लगी फसलें मक्का एवं गेहूं को भारी नुकसान हुआ है. किसान पूरी तरह तबाह हो चुके हैं.
असमय हुई ओलावृष्टि किसानों पर कहर बन कर टूटी है. सैकड़ों एकड़ मक्का व गेहूं की फसल जमीन पर लेट गयी है. वहीं इस विषय में चौंदी के किसान सह समाजसेवी मो साहिल ने कहा कि जमीन में लेटी हुई फसल अब नहीं होगी, उनपर आसमान से गिर बर्फ के टुकड़ों की चोट लगी है. इसलिए वे फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है. उन्होंने कहा कि चौंदी में तीन दर्जन से भी अधिक किसान प्रभावित हुए हैं. वहीं पीडि़त किसान अपने खेतों में लगी नष्ट हुई फसलों को दिखाते हुए कहा कि हम काफी गरीब हैं.
फसल ही हमारे जीविका का साधन था. इसके नष्ट हो जाने से हम बर्बाद हो गये हैं. अगर हमें सरकार से नष्ट हुई फसलों का मुआवजा नहीं मिला तो हम कहीं के नहीं रहेंगे. किसानों ने अपने आंसू पोछते हुए कहा कि इससे पहले आलू की फसल पर भी प्राकृतिक मार पड़ी. परंतु हमारी तकलीफें बांटने कोई नहीं आया तथा मांग करने के बावजूद भी हमें मुआवजा नहीं मिला. पीडि़त किसानों में मुख्य रूप से मो आजाद, राजेश सिंह, मो मोजिबूर रहमान, मो बारेक, मो सोएब, मो शाहबुद्दीन, मो साकिब, मो जहांगीर, मो कुद्दुस, मो समी आलम, मो सलीम, मो नईमुद्दीन, मो वारिस, मो शाहबुद्दीन, मो यासीन, मो अली हसन, शाहजहां, मो समीउल आदि शामिल थे.
आजमनगर प्रतिनिधि के अनुसार, रविवार को आंधी-बारिश के बीच जम कर हुई ओलावृष्टि से आजमनगर प्रखंड क्षेत्रों में मक्के की फसल को व्यापक पैमाने पर नुकसान हुआ है. इससे किसानों के समक्ष आर्थिक परेशानी उत्पन्न हो सकती है. प्रखंड क्षेत्र के तेघड़ पंचायत के किसान मो राजा ने बताया कि दो एकड़ में लगी मक्के की फसल पूरी तरह से बरबाद हो गयी है. इसके अलावा अन्य पंचायतों में भी किसान की किसानी प्रभावित हुई है. वहीं सांसद प्रतिनिधि निमौल आले रसूल ने भी बताया कि उनके पंचायत में भी फसलों सहित बिजली के खंभे व तार जगह-जगह टूट कर गिरने से विद्युत आपूर्ति भी प्रभावित हुई है. सोमवार को प्रभात खबर की टीम ने आजमनगर प्रखंड क्षेत्र का जायजा लिया. जहां सबसे ज्यादा मकई की फसलों को नुकसान हुआ है. सोमवार को बिजली भी प्रभावित हुई है. जलकी में पीर मजार के पास एक छायादार वृक्ष टूट कर जमीन पर गिर गये. फूस के घरों के छप्पर भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें