कटिहार : कटिहार से बारसोई अनुमंडल को जोड़ने वाली सड़क के चौड़ीकरण नहीं होने से आये दिन हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. यह सड़क कई माइनों में अहम है. एक ओर जहां कटिहार से लोग बारसोई अनुमंडल की तरफ जाते हैं. वहीं वहां से पश्चिम बंगाल की तरफ जाने के लिए यही सड़क इस्तेमाल करते हैं.
सोनैली रेलवे ढाला पार करने के बाद यह मुख्य सड़क संकरी हो जाती है, जिसके कारण आने-जाने में लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं झौआ ओवरब्रिज पार करने के बाद एक ओर से तो मीनापुर हॉल्ट होते हुए सालमारी तक पहुंचने के लिए कुछ दूरी तक सड़क को चौड़ीकरण किया गया है, लेकिन सालमारी से लगभग पांच किलोमीटर पहले यह सड़क फिर संकरी हो गयी है. वहीं सालमारी के पेट्रोल पंप से ईंट भट्ठा तक जाने के लिए मुख्य सड़क चौड़ीकरण है.
फिर हालात वहीं है. वहीं मुकुरिया रेलवे ढाला से बारसोई रास चौक तक सड़क की चौड़ाई ज्यादा नहीं है, जिसके कारण लगातार दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. -इन सड़कों को भी होना है चौड़ा कटिहार से बेलवा होते हुए डंडखोरा, सौरिया तक जाने वाले मुख्य सड़क भी चौड़ीकरण नहीं है. वहीं रामपाड़ा होते हुए बठैली, जबड़ा पहाड़पुर होते हुए सोनैली जाने के लिए भी पथ का चौड़ीकरण नहीं है. बस्तौल चौक से सोनैली जाने वाली सड़क भी चौड़ीकरण नहीं है.
वहीं हसनगंज बाजार से सपनी हाट तक जाने वाली सड़क की भी चौड़ीकरण नहीं की गयी है, जिसके कारण आये दिन आने-जाने में वाहनों को परेशानी होती है. वहीं हमेशा दुर्घटना की आशंका बना रहता है. -इस दिशा में नहीं उठाया गया कोई कदमजिले में कई सांसद व स्थानीय विधायक हुए लेकिन इस मसले पर आज तक किसी ने कोई व्यापक पहल नहीं किया है,
जिसके कारण एकमात्र कटिहार शहर को बारसोई अनुमंडल को जोड़ते हुए पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली सड़क का चौड़ीकरण नहीं हो पाया है. अगर पूर्व में जनप्रतिनिधि इस पर ध्यान देते तो आज यह सड़क भी चौड़ीकरण होती और लोगों को भी काफी सुविधा मिल रही होती.