कटिहार : कटिहार रेल मंडल के कटिहार रेलवे स्टेशन पर विगत पांच दिनों से बोतल बंद पानी यात्रियों को नहीं मिल रहा है. इससे स्टेशन पर यात्रियों के बीच पानी के लिए हाहाकार की स्थिति बनी हुई है.
एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों के स्टेशन पर रुकते ही लोग बोतल बंद पानी खरीदने के लिए स्टॉल पर जाते हैं, लेकिन वहां बोतल बंद पानी नहीं मिलने से यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके पहले इस तरह की समस्या कटिहार रेलवे स्टेशन पर देखने को नहीं मिली थी.
दरअसल, रेल प्रशासन ने स्टेशन के सभी स्टॉल पर रेल नीर के अलावा किसी भी दूसरे ब्रांड के बोतल बंद पानी की बिक्री पर रोक लगा दी है. रेल नीर बोतल बंद पानी की इससे डिमांड एका-एक बढ़ गयी है. रेल नीर पानी का स्टॉक समाप्त हो जाने व पिछले पांच दिनों से पानी के नहीं आने की वजह से रेल क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकर की स्थिति बनी हुई है.
रेल प्रशासन के इस फरमान के पीछे अच्छी मंशा भले ही है लेकिन रेल नीर के थोक विक्रेता द्वारा पानी की आपूर्ति स्टॉल में नहीं करने की वजह से यात्री प्यासे रहने को विवश हो रहे हैं. वहीं रेल नीर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को उपलब्ध कराने की दिशा में रेल प्रशासन की ओर से अब-तक कोई व्यवस्था नहीं की गयी है.
दरअसल, लोगों को खासकर सफर के दौरान बोतल बंद पानी पीने की विवशता होती है. बहुत सारे ऐसे यात्री होते हैं जो स्टेशन पर लगे नल के पानी का प्रयोग पीने में नहीं करते हैं. शुद्ध पानी के लिए ही लोग बोतल बंद पानी का इस्तेमाल करते हैं.
ऐसी स्थिति में जब लोगों को कटिहार जैसे स्टेशन पर पानी के लिए भटकना पड़ रहा है तो यात्रियों को किस तरह की परेशानी से दो चार होना पड़ रहा होगा सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है. कटिहार रेलवे स्टेशन ट्रेनों के लिहाज से महत्वपूर्ण कटिहार रेलवे स्टेशन का नाम राज्य ही नहीं बल्कि देश स्तर पर है.
कटिहार रेलवे स्टेशन से होकर कई लंबी दूरी की ट्रेनों सहित दो-दो राजधानी एक्सप्रेस सहित कई दूसरे राज्यों को जोड़ने वाली ट्रेनों का परिचालन होता है. एक अनुमान के मुताबिक प्रतिदिन 20 से 25 हजार लोगों का आना-जाना इस स्टेशन से होकर होता है. इतने महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन पर बोतल बंद पानी की किल्लत हो, सुनने में थोड़ा अटपटा लगता है.
चूंकि बोतल बंद पानी का व्यापार काफी अधिक फल-फूल चुका है. लोग बोतल बंद पानी पर पूरी तरह से आश्रित होकर रह गये हैं. ऐसे में बोतल बंद पानी की किल्लत लोगों को तो परेशान करेगा ही. 50 हजार से अधिक का है कारोबारकटिहार रेलवे स्टेशन पर बोतल बंद पानी का कारोबार प्रतिदिन 50 हजार से अधिक का है.
यह आकलन ठंड का मौसम प्रवेश कर जाने के बाद का है. गरमी के दिनों में बोतल बंद पानी का कारोबार लाखों में पहुंच जाता है. पांच दिनों से कटिहार रेलवे स्टेशन पर बोतल बंद पानी नहीं रहने से प्रतिदिन 50 हजार का कारोबार जब प्रभावित हुआ है तो इस हिसाब से ढाई लाख का कारोबार प्रभावित हो चुका है.
जो स्थिति अब-तक है उसके अनुसार दो दिन और बोतल बंद पानी की किल्लत बनी रहेगी. स्टेशन पर 50 से अधिक हैं स्टॉलकटिहार रेलवे स्टेशन पर कुल सात प्लेटफार्म है. इन प्लेटफार्म में सिर्फ एक नंबर प्लेटफार्म पर स्टॉल की संख्या कम है. बाकी के प्लेटफार्म पर सात से लेकर दस स्टॉल तक हैं. इस तरह कुल 50 से अधिक स्टॉल है.
ज्यादातर स्टॉल खाने-पीने की है. जिसमें बोतल बंद पानी की बिक्री भी होती है.क्या है रेल प्रशासन का फरमानरेल प्रशासन का फरमान है कि स्टॉल पर सिर्फ रेल नीर बोतल बंद पानी की बिक्री होगी. यह निर्देश रेल का राजस्व बढ़ाने, रेल के उत्पादों की बिक्री बढ़ाने को लेकर ही है. इससे रेलवे को फायदा ही होगा.
लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है कि जब रेल नीर की आपूर्ति करने वाला ही कहे कि रेल नीर का स्टॉक समाप्त हो गया है तो यात्रियों की प्यास कैसे बुझेगी. यह स्थिति पिछले पांच दिनों से बनी हुई है.
रेल प्रशासन को चाहिए था कि अपने स्तर से सभी स्टॉल में रेल नीर की व्यवस्था करता ताकि यात्रियों को परेशानी का सामना करना नहीं पड़ता. कहते हैं रेल नीर के थोक विक्रेता रेल नीर बोतल बंद पानी के थोक विक्रेता हर्ष अग्रवाल से बात करने पर उन्होंने कहा कि शुक्रवार को रेल के सिनियर डीसीएम ने स्टेशन के सभी स्टॉल का निरीक्षण किया था.
जिसमें उन्होंने निर्देश दिया है कि रेल क्षेत्र के स्टॉल में रेल नीर को छोड़कर दूसरे किसी भी ब्रांड के बोतल बंद पानी की बिक्री नहीं होगी. इसके बाद एका-एक रेल नीर का डिमांड बढ़ गया. शनिवार को बैंक बंद रहने, फिर छठ की छुट्टी रहने के कारण यह परेशानी हुई है. शुक्रवार की दोपहर तक रेल नीर प्रयाप्त मात्रा में आ जायेगी. उन्होंने कहा कि रेल नीर की कमी अब नहीं होगी.