कटिहार बिहार विधानसभा चुनाव पांच नवंबर काे होनी है. चुनाव के मद्देनजर सभी बस व अन्य सवारी वाहनों को जिला प्रशासन ने जब्त कर लिया है, जिस कारण लोगों को आवागमन में खासी कठिनाई हो रही है. इससे शेष बचे सवारी वाहन की आमदनी बढ़ गयी है.
सवारी गाड़ी के मालिक यात्रियों से अधिक किराया वसूल रहे हैं और क्षमता से अधिक यात्रियों को गाड़ी पर सवार हाे रहे हैं. -कटिहार से भागलपुर जाने में छूट रहे हैं पसीनेंसवारी वाहन के अभाव में बस किराया में बढ़ोत्तरी सहित अन्य कठिनाइयों के बावजूद कटिहार से भागलपुर जाने में यात्रियों के पसीने छूट जाते हैं. राज्य परिवहन विभाग की ओर से मात्र एक बस कटिहार में चल रही है. उसके बाद यात्रियों का ऑटो ही सहारा बना है,
लेकिन ऑटो से पहले गेड़ाबाड़ी जाना पड़ता है उसके बाद वहां से बस या अन्य सवारी वाहन पकड़कर भागलपुर जाते है. इसके लिए यात्रियों को दो गुणा अधिक राशि भी खर्च करने पड़ते है. -ऑटो बना यात्रियों का सवारी वाहनबस या अन्य बड़ी सवारी वाहन नहीं मिलने के कारण ऑटो चालकों की इन दिनों चांदी कट रही है.
पूर्णिया जाने के लिए 40 से 50 रुपया तक का किराया यात्रियों से वसूला जा रहा है. सीट से दो गुणा अधिक यात्री ऑटो पर सवार होकर किसी प्रकार अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचते हैं. -निजी वाहनों की भी हो गयी कमीचुनाव को लेकर निजी वाहनों की भी काफी कमी हो गयी है. लोगों की निजी वाहन अधिकत्तर चुनाव प्रचार प्रसार में है अथवा उन्हें जिला प्रशासन ने प्रेक्षक के लिए रिजर्व कर दिया है, जिस कारण जो लोग निजी वाहन को भी रिजर्व कर सफर करते थे.
उन्हें भी वाहन नहीं मिलने से खासी कठिनाई होने लगी है. -छह नवंबर तक रहेगी वाहनों की कमीपांचवे चरण का जबतक चुनाव संपन्न नहीं हो जाता है. तब तक वाहनों की यह स्थिति बनीं रहेगी. चुनाव सपंन्न होते ही सभी वाहन फिर से सड़कों पर फर्राटा भरना शुरू कर देगी और वाहनों की कमी नहीं होगी.