आजमनगरप्राणपुर : विधानसभा क्षेत्र में इस चुनाव में निर्दलीय निर्दलियों प्रत्याशियों की बाढ़ आ गयी है. कोई पार्टी से विक्षुब्ध होकर तो कोई जीत जाने का दावा कर चुनावी मैदान में उतर रहे हैं.
वैसे नामांकन में अभी दो दिन शेष हैं. यहां चुनाव में विकास कोई मुद्दा नहीं है, न प्रत्याशी विकास की बात करते हैं बल्कि जनता विकास की मांग करते हैं. टूटी सड़कें, पुल-पुलिया, बिजली, चिकित्सा एवं शिक्षा तथा रोजगार की कमी कोई मायने नहीं रखती.
पलायन यहां बड़े पैमाने पर होता है, लेकिन इसे रोकने की दिशा में कोई काम नहीं हो रहा है. सरकारी स्वास्थ्य सेवा की लचर व्यवस्था में वैकल्पिक नीम हकीम के भरोसे चिकित्सा होती है.