टीकापट्टी : रूपौली प्रखंड क्षेत्र में डेंगू के पांव फैलाने से लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है. केवल बिरौली बाजार में सात व्यक्तियों में डेंगू के लक्षण पाये गये हैं, जिनका इलाज पटना में चल रहा है.
जिसमें से छह व्यक्ति एक ही परिवार से हैं. इस परिवार के लोगों ने दहशत की वजह से अपना घर छोड़ दूसरी जगह चले गये. जानकारी अनुसार कमलेश्वरी जायसवाल के परिवार के छह व्यक्ति डेंगू के शिकार हुए हैं. इनमें खुद कमलेश्वरी जायसवाल(90 वर्ष), मंटू जायसवाल (45 वर्ष), बलिराम जायसवाल (50 वर्ष),
सुबोध जायसवाल (35 वर्ष), पिंकी कुमार (22 वर्ष) एवं रेखा देवी (40 वर्ष) शामिल हैं. लोगों में इसलिए दहशत अधिक है कि पीडि़त सभी लोग यहीं रह रहे थे. इन सभी पीडि़तों का इलाज पहले पूर्णिया में हो रहा था, जिन्हें बाद में पटना रेफर कर दिया गया और वहीं उनका इलाज चल रहा है.
इस संबंध में रेफरल अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डा नीरज कुमार का कहना है कि बिरौली बाजार के किसी भी व्यक्ति का रिकॉर्ड उनके पास नहीं है. इसी तरह सिंहपुर दियारा गांव का राजेश कुमार, जो दिल्ली से आया था और डेंगू से पीडि़त था, उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि यहां ना तो प्लेटलेट जांच की और ना ही डेंगू जांच की ही सुविधा उपलब्ध है.