मेले को लेकर बाजार में बढ़ी चहल-पहल
कटिहार: शारदीय नवरात्र के सप्तमी पूजा पर शहर के विभिन्न दुर्गा मंदिरों व पंडालों में मां दुर्गा का पट खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड़ पूजा अर्चना के लिए उमड़ पड़ी. शुक्रवार को पूरे जिले में श्रद्धालुओं का तांता मंदिरों में लगा रहा. मंदिरों व पंडालों सहित शहर के हरेक चौक चौराहों पर भक्ति गीत बजने से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है. मेला को लेकर बाजार में भी काफी चहल पहल बढ़ गयी है. लोग दुर्गापूजा पूजा को लेकर कपड़ों की खरीदारी करने सहित पूजा सामग्री की खरीदारी के लिए उमड़ पड़े हैं. सातवीं पूजा पर महिलाएं सुबह से ही मंदिर पहुंच कर पुजा अर्चना करने में जुटीं रही. शाम में मंदिर व पंडालों को देखने व माता के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ देखी गयी. सबसे अधिक पूजा अर्चना करने के लिए भीड़ शहर के सार्वजनिक दुर्गामंदिर, मिरचाईबाड़ी स्थित सर्व मंगला दुर्गा मंदिर, नया टोला स्थित दुर्गा मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ रही, श्रद्धालु पूरी श्रद्धा के साथ मां की पूजा की. कटिहार में बंगाली समुदाय की अच्छी खासी आबादी है. जिसके कारण कई स्थानों पर पूजा पंडालों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना बंगाली रीति रिवाज से होती है.
पूजा के दौरान बांग्ला भाषा में ही मंत्र का उच्चरण किया जाता है. शहर में बंगाल की तर्ज पर पूजा अर्चना होने से उसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं. इनमें मुख्य रूप से बनिया टोला पूजा समिति, सन ऑफ इंडिया, संघ श्री क्लब सहित कई अन्य स्थानों पर बंगाली रीति रिवाज के अनुसार पूजा होती है. यहां बंगाल से ही अधिकांश कारीगर मंगाये जाते हैं. यही नहीं लाइटिंग भी बंगाल से मंगाये जाते हैं, जिससे वहां सजावट व लाइटिंग व्यवस्था देखते ही बनती है.
तूफान व ओलावृष्टि की सूचना से दहशत
कटिहार, मौसम विज्ञान विभाग की ओर से 12 अक्तूबर को उड़ीसा व पश्चिम बंगाल के तटों पर चक्रवाती तूफान आने की संभावना व्यक्त किये जाने के बाद जिले के लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है. वहीं दुर्गापूजा जैसे पर्व के समय चक्रवात आने जैसी खबरें आने से खास कर गरीब व मध्यवर्गीय परिवार के लोग जो मेला सहित अन्य स्थानों पर दुकान आदि लगा कार थोड़े पैसे कमा लेते हैं उन्हें घोर निराशा हुई है.
वे भगवान से दुआ कर रहे हैं कि ऐसा कुछ नहीं हो जिससे उनके कमाई पर कोई असर पड़े. इधर जिला प्रशासन की ओर से चक्रवाती तूफान आने व मेसलाधार बारिश के संभावना को लेकर हाई एलर्ट जारी कर दिया गया है. यही नहीं सभी विभागों की छुट्टी रद्द कर दी गयी है. किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी पूरी कर ली गयी है. डीएम प्रकाश कुमार ने खासकर जिले के सभी अस्पतालों में पदस्थापित चिकित्सकों को 12 अक्तूबर को अस्पताल में 24 घंटे उपलब्ध रहने का निर्देश जारी किया है. हालांकि मौसम विभाग की ओर से जारी की गयी चेतावनी सिर्फ संभावना है. ऐसा नहीं है कि चक्रवाती तूफान, ओले या बारिश होगी ही. प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन विभाग बिहार सरकार से प्राप्त निदेश के आलोक में जिला पदाधिकारी प्रकाश कुमार ने चक्रवात से होनेवाली हानि को न्यूनतम करने के लिए सिविल सर्जन कटिहार अनुमंडल पदाधिकारी, सभी सीओ सभी बीडीओ को आवश्यक निर्देश दिया है. एसपी कटिहार के माध्यम से जिले के सभी थानों को संभावित आपदा के समय सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. आपात स्थिति की सूचना देने के लिए जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित है. जो 24 घंटे कार्यरत है. इसकी दूरभाष संख्या 06452- 230581 है. डीएम ने समस्त जिले वासियों से अनुरोध किया है कि आंधी, तूफान, ओलावृष्टि को देखते हुए कमजोर मकान, बथान या अन्य किसी भवन में शरण न लें.