कटिहार: नदियों के जलस्तर वृद्धि गति यथावत बनी हुई है. कोसी, गंगा, बरंडी नदी के उफान से बाढ़ का पानी तेजी से निचले क्षेत्रों में फैलने लगा है. नदी के तटीय क्षेत्रों के आसपास गांवों के करीब बाढ़ के पानी का फैलाव हो रहा है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कोसी नदी कुरसेला में चेतावनी निशान को पार कर 42 सेमी ऊपर हो गयी है. कुरसेला में कोसी नदी 29 मीटर 42 सेमी के जलस्तर पर बह रही है. नदी के जलस्तर में प्रति घंटे एक सेमी की वृद्धि बनी हुई है. यहां कोसी नदी का पानी लाल निशान ने 68 सेमी नीचे रह गया है. हालांकि नदी के उफान स्थिति में थोड़ी कमी आयी है. बीरपुर का जलस्तर 74550 और 95075 क्यूसेक पानी कोसी नदी में छोड़ा गया है. नेपाल बराह क्षेत्र का वाटर लेवल 116.845 व 67425 क्यूसेक पानी नदी में निस्तारण किया गया है. जलस्तर स्थिति में बीरपुर का पानी वृद्धि पर और बराह क्षेत्र का स्थिर है.
तैयबपुर का वाटर लेवल 63.710 स्थिर बताया गया है. महानंदा का तेवर नरम बना हुआ है. जिले में प्रवाहित होने वाली महानंदा का जलस्तर सभी स्थानों पर स्थिर है. जबकि गंगा बरंडी नदी में उफान कायम है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष कटिहार के अनुसार गंगा नदी रमायणपुर में 24 मीटर 74 सेमी व काढ़ागोला घाट 29 मीटर 26 सेमी के जलस्तर पर प्रवाहित हो रही है. नदी का जलस्तर दोनों ही स्थानों पर वृद्धि की ओर है. बरंडी नदी डुम्मर पुल में 29 मीटर 57 सेमी के निशान पर बह रही है. नदियों का पानी लगातार ऊपर आने से बाढ़ के खतरे बढ़ते जा रहे हैं. बाढ़ पानी के फैलाव से तटीय क्षेत्र गांवों का आवागमन भंग होता जा रहा है. सैलाब का खतरे को लेकर लोग भयभीत हो गये हैं.