तलाशी में कुछ भी नहीं मिला. बूढ़े, बच्चे, महिलाओं के साथ मारपीट कर जबरन पूछताछ की जा रहा था. यह संयोग है कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. आस पास के मुहल्ले के लोगों के जुटने से सिपाही वहां से चले गये. उन्होंने कहा कि उदामारेखा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अशोक साह के घर में अर्ध रात्रि को पुलिस घुस कर उसे और उसकी पत्नी की पिटाई की. मामला एसपी के जनता दरबार में पीड़िता द्वारा दिया गया, कार्रवाई नहीं किया गया.
श्री कुणाल ने कहा कि जदयू के नेता दिन में हर घर दस्तक देते हैं. जदयू सरकार के बंदुकधारी तंत्र रात को गरीब, कमजोर, पिछड़ों के घरों. उन्होंने कहा कि पीड़ित महादलित समाज के लोग मुफस्सिल थाना में एफआइआर के लिए गये तो नहीं लिया गया. उन्होंने डीएम, एसपी से घटना की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग किया है. पुलिस छापेमारी दल में एक भी महिला सिपाही नहीं थी. महिलाओं के साथ बदसलूकी भी किया गया. इस अवसर पर लोजपा के विनोद साह, अजीत पासवान, राजू चौहान, विनोद यादव, सीताराम सादा, बौना सादा आदि दर्जनों लोग मौजूद थे.