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पुस्तकों को चाट रहे हैं दीमक
कटिहार: इंदिरा गांधी जिला केंद्रीय पुस्तकालय की स्थिति बदहाल है. पुस्तकालय कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. स्थिति यह है कि प्रभारी पुस्तकालय अध्यक्ष के भरोसे यह संचालित हो रहा है. रखरखाव व संसाधन के अभाव में लाखों के पुस्तक को दीमक चाट रहे हैं. इस ओर न जिला प्रशासन का कोई ध्यान है […]
कटिहार: इंदिरा गांधी जिला केंद्रीय पुस्तकालय की स्थिति बदहाल है. पुस्तकालय कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. स्थिति यह है कि प्रभारी पुस्तकालय अध्यक्ष के भरोसे यह संचालित हो रहा है. रखरखाव व संसाधन के अभाव में लाखों के पुस्तक को दीमक चाट रहे हैं. इस ओर न जिला प्रशासन का कोई ध्यान है न ही जनप्रतिनिधियों का. जिसके कारण पुस्तकालय की स्थिति दिनों-दिन बदतर हालत होती जा रही है. उक्त स्थिति को देख कर लोग पुस्तकालय नहीं आना चाहते हैं.
पुस्तकालय में पुस्तक पढ़ने वालों का टोटा
वैसे तो पुस्तकालय में पढ़ने लायक कई पुस्तकें सहेज की रखी गयी है. लेकिन बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण यहां पढ़ने वालों का टोटा है. प्रभात खबर ने पुस्तकालय की स्थिति की जानकारी ली, तो कई हैरान करने वाली बातें सामने आयी. इनमें सबसे बड़ी बात यह है कि लाखों के भवन में संचालित पुस्तकालय में बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण लोगों को यहां आने में रूची नहीं है.
पुस्तकालय प्रबंधन उदासीन
पुस्तकालय को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए प्रबंध समिति का गठन किया गया है. इसके अध्यक्ष जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीराम सिंह हैं, जबकि सचिव पुस्तकालय अध्यक्ष भीम पासवान, डीएम के नामित सदस्य वरीय उपसमाहर्ता रामजनम पासवान, माध्यमिक शिक्षा से राजकुमारी, टीकापट्टी डाइट के प्राचार्य सरकारी स्तर के हैं. जबकि गैर सरकारी में सांसद तारिक अनवर, विधायक तारकिशोर प्रसाद, जिप अध्यक्ष अंजली देवी, मेयर विजय सिंह, अनिल चमरिया, राजेश गुरनानी, जोगेश्वर जख्मी, हबीबरुर रहमान, राजेश कुमार सिंह, अशोक कुमार, प्रमोद राय शामिल है. इसके बावजूद पुस्तकालय की बदहाल स्थिति को दूर करने की दिशा में ठोस कदम उठाये नहीं जा सके हैं.
साहित्य की पुस्तकें हैं अधिक
पुस्तकालय में साहित्य की पुस्तकें अधिक है. साहित्य की समझ रखने वाले लोगों को भी रुझान यहां नहीं है. अधिकांश युवाओं को तो साहित्य में दिलचस्पी ही नहीं है. ऐसे में दूसरे ज्ञानवर्धक पुस्तकें, मनोरंजन सहित विभिन्न किस्म के पुस्तकों को बढ़ाने से युवाओं का झुकाव इस ओर हो
सकता है.
सभी पद हैं रिक्त
पुस्तकालय में सभी पद रिक्त है. पुस्तकालय में पुस्तकालय अध्यक्ष तक का पद रिक्त है. इस पद पर डिप्टेशन में मनिहारी पन्नालाल सुरेंद्र नारायण बालिका विद्यालय के पुस्तकालय अध्यक्ष को 27 जनवरी 2012 पर लाया गया है. उसके अलावा श्ॉटर, रात्रि प्रहरी का पद भी रिक्त पड़ा हुआ है. इसके कारण पुस्तकालय का संचालन बेहतर ढंग से नहीं हो रहा है.
कहते हैं पुस्तकालय अध्यक्ष
पुस्तकालय अध्यक्ष भीम पासवान से बात करने पर कहा कि पुस्तकालय में सभी पद रिक्त रहने की वजह से परेशानी हो रही है. झाड़ू देने से लेकर सभी काम अपने से करना पड़ता है. यदि हम छुट्टी में चले जाये या बीमार पड़ जाय, बैठक में चले जाने पर पुस्तकालय को बंद करने की मजबूरी हो जाती है.
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