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गरमी के दस्तक देते ही बिजली गुल होना शुरू

कटिहार: गरमी दस्तक दे रही है. ऐसे में बिजली की आंख-मिचौनी शुरू हो गयी है. यह कोई नयी बात नहीं है, बल्कि कई वर्षो से विद्युत उपभोक्ता ऐसी समस्या को ङोलते आ रहे हैं. बिजली की आंख-मिचौनी के कारण जहां एक ओर छात्र-छात्रओं को पढ़ाई करने में परेशानी होती है. वहीं बच्चे, बूढ़े, नौजवान गरमी […]

कटिहार: गरमी दस्तक दे रही है. ऐसे में बिजली की आंख-मिचौनी शुरू हो गयी है. यह कोई नयी बात नहीं है, बल्कि कई वर्षो से विद्युत उपभोक्ता ऐसी समस्या को ङोलते आ रहे हैं. बिजली की आंख-मिचौनी के कारण जहां एक ओर छात्र-छात्रओं को पढ़ाई करने में परेशानी होती है. वहीं बच्चे, बूढ़े, नौजवान गरमी से आहत महसूस करते हैं. बिजली कब आयेगी, इसकी जानकारी के लिए जब उपभोक्ता विभाग में फोन करते हैं तो पहले विद्युत कर्मी फोन ही रिसीव नहीं करते हैं और रिसीव कर भी लिये तो बिना कोई सकारात्मक जवाब दिये बगैर फोन कट कर देते हैं.

इस तरह से विद्युत उपभोक्ता दोहरी मार ङोलने को विवश हो जाते हैं. वर्तमान की बात करें तो पिछले एक सप्ताह से विद्युत की आपाधापी जारी है. शहर में ट्रांसफारमर व नये तार लगाने का कार्य जारी है. जिस इलाके में यह कार्य होता है, उधर की विद्युत आपूर्ति ठप कर दी जाती है. लेकिन ऐसा नहीं है, सिर्फ कार्यस्थल का विद्युत आपूर्ति ही ठप नहीं होता है बल्कि अन्य इलाकों में भी विद्युत की आपूर्ति बंद कर दी जाती है. ट्रांसफारमर व नये तार लगाने का कार्य कई महीनों से हो रहा है. लेकिन अब तक कार्य पूरा नहीं किया जा सका है.

इसके कारण दिन-प्रतिदिन बढ़ती गरमी से लोग बेचैन हो रहे है. राजस्व देने में हैं अव्वल जिला : पूरे बिहार में कटिहार जिला विद्युत विभाग को राजस्व देने में अव्वल है. यही कारण है कि पिछले वर्ष 2014 में डीएम प्रकाश कुमार को राजस्व उगाही करने में सरकार पुरस्कृत भी कर चुकी है. लेकिन इसके बावजूद भी विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में यह जिला फिसड्डी ही साबित हो रहा है. राजस्व देने के मामले में पिछड़ा रहने वाला किशनगंज जिला में नियमित विद्युत आपूर्ति की जा रही है.

-कितने मेगावाट की है जरूरत

वर्तमान में 25 मेगावट विद्युत की आपूर्ति दिया जा रहा है. इसमें दो मेगावाट विद्युत की सप्लाइ रेलवे को दिया जाता है. अधिकारी बताते हैं कि विद्युत आपूर्ति सही मिल रहा है. सवाल यह उठता है कि विद्युत की आपूर्ति पर्याप्त मिल रहा है तो विद्युत सप्लाइ में कटौती क्यों की जा रही है. पूर्व में कार्यपालक अभियंता के पद पर स्थापित आनंदी साह ने प्रभात खबर के संवाददाता को बताया था कि 32 मेगावाट विद्युत आपूर्ति होने से नियमित बिजली उपभोक्ताओं को मिल सकेगी.

-कहते हैं कार्यपालक अभियंता

कार्यपालक अभियंता उमेश भगत ने बताया कि विद्युतीकरण का कार्य होने से उस इलाके में विद्युत की सप्लाइ बंद कर दी जाती है. बाकी इलाकों में विद्युत आपूर्ति दी जाती है.

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