बलरामपुर: कटिहार के बलरामपुर प्रखंड के किरोरा पंचायत अंतर्गत बालूगंज गांव निवासी विद्यानंद बोसाक के घर में रविवार देर रात अज्ञात अपराधियों ने पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी. घटना में उनके दो बच्चों की झुलस कर मौत हो गयी, जबकि पति-पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गये. घायल पति-पत्नी को इलाज के लिए पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी बर्न हॉस्पिटल भेजा गया है.
खिड़की के जरिये लगायी आग
दिलीप ने बताया कि घर की पश्चिम दिशा की खिड़की खुली होने के कारण संभवत: पेट्रोल छिड़क कर आग लगायी गयी होगी. सूचना पाते ही बारसोई अनुमंडल पदाधिकारी डॉ महेंद्र पाल, पुलिस पदाधिकारी चंद्रिका प्रसाद, बीडीओ, सीओ, थाना प्रभारी बलरामपुर घटनास्थल पर पहुंचे व स्थिति का जायजा लिया. गंभीर रूप से झुलसे पति-पत्नी को इलाज के लिए सिलीगुड़ी भेजा गया व घटना की प्रत्येक बिंदु पर जांच शुरू की गयी. इस मामले की जानकारी के बाद बलरामपुर, थाना, बलिया बेलौन, आबादपुर, बारसोई, तेलता की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गयी.
अपराधियों पर हो ठोस कार्रवाई : घटनास्थल पर पहुंचे डीएम प्रकाश कुमार, एसपी छत्रनील सिंह से स्थानीय लोगों ने इस घटना की निष्पक्ष जांच कर ठोस कार्रवाई की मांग की है. लोगों ने कहा कि मामले में जो भी दोषी हो उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. उन लोगों ने अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तार करने एवं फांसी की सजा दिये जाने की मांग की है.
डीएम-एसपी ने लिया जायजा : घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी प्रकाश कुमार, एसपी छत्रनील सिंह ने घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की बारीकी से जांच की. इस दौरान दोनों ही अधिकारियों ने उनके परिजनों से पूछताछ कर यह जानने का प्रयास किया कि कहीं किसी से दुश्मनी, तो नहीं है. इसके साथ ही कमरे की भी जांच-पड़ताल की. इसके बाद दो बच्चों को अपराधियों द्वारा जला कर मारे जाने की पुष्टि की. साथ ही पति-पत्नी के झुलसने की बात कही.
दृश्य देख अवाक रह गये भाई
विद्यानंद बोसाक (27) व नीलम देवी (25) अपने घर में बच्चों के साथ सोये हुए थे. रविवार रात करीब 11.30 बजे चीखने-चिल्लाने की आवाज पर बगल के कमरे में सोये भाई दिलीप बोसाक ने उठ कर दरवाजा खोलने का प्रयास किया तो बाहर से दरवाजे का कुंडी बंद था. किसी तरह कुंडी तोड़ कर बाहर निकलने पर देखा कि सभी कमरे की कुंडी बाहर से बंद है. विद्यानंद के दरवाजे की कुंडी खोलने पर अंदर का दृश्य देख कर हक्का-बक्का रह गया. इसी बीच कुछ ग्रामीण और जुटे व आग पर किसी तरह काबू पाया गया. घटना में विद्यानंद बोसाक, नीलम देवी बुरी तरह झुलस गये, जबकि उनके दो बच्चे बच्चे दीपिका कुमारी(5), अभिषेक कुमार(3) की मौत हो गयी.
सभी को जला कर मारने की थी योजना
हृदय विदारक घटना की जानकारी मिलते ही लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े. अपराधियों की पूरे परिवार को जला कर मार देने की योजना थी. घटना में दो बच्चों की मौत व पति-पत्नी के घायल होने की खबर सुन कर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ वहां जुट गयी. सभी मासूम की हत्या पर आह भर रहे थे. सभी का कहना था कि मासूम ने किसका क्या बिगाड़ा था. अभी तो इन मासूम ने जमीन पर पैर ही रखा था और उन्हें मौत की नींद सुला दी गयी.