कटिहार : भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध घरेलू दाई एवं कामकाजी महिला संघ की एक बैठक आयोजित की गयी. बैठक में कामकाजी महिलाओं की समस्या पर विस्तार से चर्चा की गयी. बैठक में जिला संगठन मंत्री राकेश कुमार चौधरी ने संबोधित कर कहा कि महादलित, कमजोर एवं अल्पसंख्यक समुदाय से 30 प्रतिशत महिलाएं इस कार्य से जुड़ी हुई है. जिन्हें घरेलू हिंसा का शिकार तो होना ही पड़ता है.
साथ-साथ इन्हें न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिलती है. बैठक में मुख्य रूप से यासमीन बानो, शहनाज, मंजू देवी, रूपा देवी, शैल देवी एवं भवानी सहित अनेकों कामकाजी महिलाएं शामिल थी. जबकि रेलवे क्षेत्र के ओटी पाड़ा में आयोजित जिलास्तरीय बैठक में निजी स्कूलों के शिक्षकों, भट्ठे मालिकों की मनमानी भूमिका आदि पर भी विचार-विमर्श किया गया. बैठक में श्रमिकों के शोषण से मुक्ति, अधिकार आदि के लिए जागृत करने के उद्देश्य से श्रमिक चेतना रथ निकालने का निर्णय लिया गया.
जो आगामी 22 फरवरी को श्रम कल्याण केंद्र डेहरिया से निकल कर 28 फरवरी तक सुदूर देहात के गांव-गांव तक पहुंच कर श्रमिक एवं खेतिहर किसानों को जागरूक किया जायेगा. बैठक की अध्यक्षता कर रहे एमएसस के प्रदेश महामंत्री अशोक चौधरी, शंभू चौबे, अधिवक्ता सुमित वर्मा, सतीश सिंह, भाष्कर सिंह, नागेंद्र राम एवं बेचू पासवान, रामानंद चौधरी, राजीव मंडल, मनोज गोस्वामी, बमबम मंडल, कृष्णा गुप्ता, जेठ हेम्ब्रम, अशोक भगत, राकेश सरावगी, जगदीश प्रसाद आदि मौजूद थे. वहीं बैठक में ईंट भट्ठा मजदूरों के लिए एक कमिटी बनायी गयी.