कोढ़ा: एक पखवाड़े से क्षेत्र में यूरिया खाद की किल्लत से हजारों एकड़ में लगे गेहूं, मक्का, केला व अन्य रबी फसल बरबादी के कागार पर पहुंच गया है. प्रत्येक दिन हजारों किसान यूरिया खाद की खरीद को लेकर स्थानीय गेड़ाबाड़ी बाजार में घंटों इंतजार कर घर लौट जाते हैं. लेकिन इस ओर जिला पदाधिकारी […]
कोढ़ा: एक पखवाड़े से क्षेत्र में यूरिया खाद की किल्लत से हजारों एकड़ में लगे गेहूं, मक्का, केला व अन्य रबी फसल बरबादी के कागार पर पहुंच गया है. प्रत्येक दिन हजारों किसान यूरिया खाद की खरीद को लेकर स्थानीय गेड़ाबाड़ी बाजार में घंटों इंतजार कर घर लौट जाते हैं. लेकिन इस ओर जिला पदाधिकारी से लेकर कृषि विभाग के अधिकारी को सूचना होने के बाद भी अब तक कोई ठोस पहल नहीं की जा रही है. बीते एक सप्ताह पूर्व भी किसानों द्वारा यूरिया खाद के किल्लत को लेकर एनएच-31 जाम किया था. उस समय थोड़ी सी पहल कर दो सौ बोरा यूरिया कोढ़ा थाना में वितरण करवाया गया था.
लेकिन उसके बाद किसान त्रहिमाम करते रहे, लेकिन पदाधिकारी ने एक भी किसानों की बात नहीं मानी. जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा प्रत्येक दिन यूरिया खाद के नाम पर कोढ़ा के किसानों का सैकड़ों टन आवंटन दिखाया जाता रहा है. लेकिन पदाधिकारी इस बात की कभी संज्ञान ही नहीं लिया कि आवंटित यूरिया कहां चला जाता है. मंगलवार को एनएच-31 जाम के दौरान दुकानदार के गोदाम की जांच करने की बात उठायी गयी. लेकिन साढ़े चार घंटे तक कोई भी सुनने वाले अधिकारी नहीं पहुंचा.
जाम के दौरान दर्जनों किसानों ने जिला स्तर के पदाधिकारी को सूचना उपलब्ध कराया. लेकिन कोई भी अधिकारी किसानों की सुध लेने नहीं पहुंचे. जाम 12.30 बजे दिन से लगातार पांच बजे तक जारी रहने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी अनित कुमार, कोढ़ा प्रखंड कृषि पदाधिकारी सत्येंद्र चौधरी, कोढ़ा थानाध्यक्ष सुनील कुमार द्वारा किसानों को आश्वासन दिलाया गया कि बुधवार को एक हजार बोरा कोढ़ा के किसानों के बीच वितरण होगा व फलका के किसानों के लिए भी यूरिया भेजा गया है. साथ ही लगातार यूरिया खाद के लिए आवंटन उपलब्ध कराने के लिए विभाग को लिखा गया. एक सप्ताह में यूरिया की कमी को पूरा कर लिया जायेगा. इसी बात को लेकर किसानों ने जाम को समाप्त कर दिया तथा एनएच-31 पर पुन: वाहनों की आवाजाही बहाल हो सकी.
हजारों वाहन फंसे
किसानों द्वारा एनएच 31 को जाम करने की वजह से छोड़े बड़े हजारों वाहन जाम में करीब चार घंटे तक फंसे रहे. इससे बस सहित अन्य सवारी से यात्र कर रहे यात्रियों को घोर परेशानियों का सामना करना पड़ा. हाल के दिनों में यूरिया खाद मामले को लेकर लगातार एनएच 31 को निशाना बनाया जा रहा है. जिससे जाम में फंसकर वाहन चालक सहित यात्रियों को घोर परेशानियों का सामना करना पड़ता है.