वहीं प्रो श्री चंद्रा ने कहा कि करात प्रदेश (कटिहार) को काला पानी के रूप में नहीं बल्कि तीन नदियों का जल है, जो जीवन दायिनी है
. इसे परमात्मा का आचमन जल कहना चाहिये. इस मौके पर इंजीनियर रंजीत सिन्हा, सुधीर सिंह, इंजीनियर सत्य नारायण मंडल, शंभू कुमार यादव (पुस्तकालय अध्यक्ष), अरविंद यादव, मुरली मोहन, सुख मोचन मंडल, सुबोध प्रसाद लाल एवं चंद्र किशोर यादव आदि सहित दर्जनों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे. वहीं श्रद्धालुओं का स्वागत पूर्व मंत्री सह प्रो आरपी महतो ने किया.