18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सुदूर क्षेत्र में बैंक शाखा नहीं, लोगों को होती है परेशानी

आबादपुर . बारसोई प्रखंड के सुदूर देहाती क्षेत्र में बैंक शाखा नहीं होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यही नहीं प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत बैंकों में खाता खुलवाने से गरीब लोग वंचित हो रहे हैं. क्षेत्र के शिवानंदपुर, हरनारोई, लगुआ, धर्मपुर, नलसर, चापाखोर, लगुआ दासग्राम व शिकारपुर आदि पंचायतों के […]

आबादपुर . बारसोई प्रखंड के सुदूर देहाती क्षेत्र में बैंक शाखा नहीं होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यही नहीं प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत बैंकों में खाता खुलवाने से गरीब लोग वंचित हो रहे हैं. क्षेत्र के शिवानंदपुर, हरनारोई, लगुआ, धर्मपुर, नलसर, चापाखोर, लगुआ दासग्राम व शिकारपुर आदि पंचायतों के लगभग चालीस हजार आबादी वाले क्षेत्र में बैंक शाखा उपलब्ध नहीं रहने के कारण यहां के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना ‘प्रधानमंत्री जनधन योजना’ के तहत बैंक खाता खोलने से महरूम हैं. पूर्व विधायक कॉमरेड महबूब आलम के अनुसार उपर्युक्त इतने बड़े क्षेत्र में बैंक सुविधा न होने से यहां के आम जनता में बचत के लिए प्रोत्साहन नहीं हो पाता है तथा सरकार द्वारा संचालित कई प्रकार की ऋण योजनाएं जैसे कृषि ऋण, रोजगार संबंधी ऋणों का लाभ यहां के लोग नहीं मिल रहा है. जिससे क्षेत्र का विकास बाधित हो रहा है. इन क्षेत्रों में बैंक शाखा नहीं खुलने से यहां के आर्थिक रूप से कमजोर युवा अपना रोजगार नहीं खड़ा कर पा रहे हैं. बेरोजगारी वश दूसरे शहरों में पलायन को मजबूर हो रहे हैं. किसानों के द्वारा ऋण हासिल न कर पाने की स्थिति में ये लोग पूंजी की व्यवस्था के लिए महाजनों के चंगुल में फंस जाते हैं. जिनके द्वारा किसानों का शोषण किया जाता है. जिससे किसानों को कृषि कार्य में घाटे का सामना करना पड़ता है. प्रखंड मुख्यालय बारसोई में भी कुल मिला कर तीन बैंक शाखा ही हैं. जिससे आये दिन इन बैंक शाखाओं में आम लोगों की भीड़ लगी रहती है. बैंक खाता खोलने के लिए कई-कई दिनों तक बैंकों के चक्कर काटना पड़ता है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें