कटिहार/प्राणपुर: मनसाही थाना क्षेत्र के बेडांगी में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में हुई मारपीट में दोनों पक्ष के तकरीबन एक दर्जन लोग घायल हो गये. जिसमें एक पक्ष के रामनरेश केवट के भाई माया केवट (25) की मौत पटना में इलाज के क्रम में रविवार को हो गयी.
माया के मरणोउपरांत उसके शव को कटिहार लाया गया. जहां मनसाही थाना पुलिस व प्राणपुर थाना पुलिस ने बढ़ते तनाव को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के बीच माया के शव को सोमवार को दफनाया गया. घटना बाबत मनसाही थाना में राम नरेश केवट के बयान पर मारपीट को लेकर प्राथमिकी दर्ज थी लेकिन माया के मौत के बाद उक्त कांड में संगीन धारा हत्या का भी लगाया गया है. जिसमें विशुनदेव केवट सहित कुल छह लोगों को नामजद कराया गया है. वही दूसरी ओर विशुनदेव केवट की ओर से भी आधा दर्जन लोग घायल है. जिसमें तीन महिलाएं शामिल है. पुलिस मामले के अनुसंधान में जुट गयी है.
क्या है मामला
प्राणपुर निवासी विशुनदेव केवट व रामनरेश केवट में जमीनी विवाद को लेकर बीते शनिवार को दोनों ओर से मारपीट हो गयी थी. जिसमें एक दर्जन से भी अधिक लोग घायल हो गये थे. इलाज के क्रम में विशुनदेव केवट ने कहा कि वह 1994 में ही 50 डिसमील जमीन कलावती देवी पति गजाधर साह से खरीदा है.
जमीन के उस भू-भाग पर अपने रहने को आवासीय मकान भी बनाया है और जमीन के कुछ हिस्से में खेती भी करते है. शुक्रवार को घर पर अचानक महेंद्र केवट के चार पुत्र व एक दामाद लाठी, डंडे व खंती के साथ आ धमके और उनकी झोपड़ी के घर को तोड़ने लगा.
जब उन्होंने इसका विरोध किया कि क्यों उसके घर को तोड़ रहे हो तो उसमें मंटी केवट ने कहा कि हमारे जमीन पर बस गये और उसे खाली नहीं कर रहे हो, इस बात पर हमने कहा कि मामला अंचलाधिकारी के यहां लंबित है. अंचल पदाधिकारी के आदेश के बाद यह साबित हो जायेगा कि उक्त जमीन किसकी है. इस पर वह सभी झोपड़ी को तोड़ने लगे जब इस बात का विरोध किया तो खंती सहित लाठी डंडे से मंटी केवट, राम नरेश केवट, भारत भूषण, मुकेश केवट, माला प्रसाद आदि उस पर प्रहार कर दिया जिसमें विषुणदेव केवट गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे बचाने पहुंचे उसकी पत्नी अनितिया देवी, पुत्र सरयुग केवट पत्नी लक्ष्मी केवट, भाई हरिमोहन भतीजा उपेंद्र मंडल को पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया. दूसरे पक्ष के लोगों में रामनरेश केवट ने बताया कि जमीनी विवाद को लेकर विशुनदेव केवट अपने पुत्र व अन्य सहयोगी के साथ धाबा बोल दिया था. जिसमें रामनरेश केवट, माया के वट, भारत भूषण, मंटी केवट गंभीर रूप से घायल हो गया था. जिसे परिजनों व अन्य स्थानीय लोगों के मदद से इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया था. माया केवट की गंभीर अवस्था को देख चिकित्सक ने उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया. जहां इलाज के क्रम में माया ने दम तोड़ दिया.