कटिहार : बिहार प्रदेश असंगठित कामगार कांग्रेस के बैनर तले समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय निर्जला उपवास सह धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का नेतृत्व कामगार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश गुरनानी ने किया. बड़ी संख्या में महिला कामगारों ने उपवास में हिस्सा लिया. मौके पर कामगार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश गुरनानी ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा में 10 अगस्त 2017 को पेश किया गया बिल द कोड ऑफ वेजेज 2017 कामगारों के हितों के विरुद्ध है
. इसके लागू हो जाने से सारे वेजेज एक्ट 1936,1948 बोनस एक्ट 1965, 1976 आदि निष्प्रभावी हो जायेंगे. उनकी प्रमुख मांगों में बैगना नहर पर बसे प्रशासनिक सूचीबद्ध एवं पुनर्वास के लिखित अनुशंसित 440 कामगारों के घरों को बिना पुनर्वास के बिना नहीं उजाड़ने, लाभा स्टेशन के आसपास भू अर्जन की कार्यवाही अविलंब पूरी करते हुए एनएच 81 के कार्य को संपन्न कराने तथा वेंडिंग जोन बनाकर इलाहाबाद स्टेशन के फुटपाथ दुकानदारों को बताने की प्रक्रिया शुरू करने, मनिहारी के दिलारपुर स्थित कारी कोसी बांध पर बसे 323 विस्थापितों के लिए अर्जित की गयी कुमारीपुर की 54 एकड़ भूमि को प्रशासनिक उद्घोषणा के माध्यम से अविलंब बसाने आदि की मांग शामिल थी. धरना उपवास के बाद प्रदेश अध्यक्ष गुरनानी के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने पीएम को संबोधित मांग पत्र डीएम को सौंपा. कार्यक्रम में मंच संचालन जिलाध्यक्ष मोहम्मद शाहिद हिंदुस्तानी ने किया.
इस अवसर पर प्रधान सचिव अजय कुमार मंडल, प्रदेश उपाध्यक्ष रीना देवी पासवान, यूथ कांग्रेस के प्रधान सचिव कुमार गौरव, सोनू खान, योगेंद्र यादव, रंजन कुमार यादव, पंकज राय, तबरेज आलम, चंद्रभूषण ठाकुर, मसोमात राधा, मीना, सुशीला, रामदुलारी, पूनम देवी, बिजली देवी, खैजिर अली, प्रमोद कुमार मंडल, रविंद्र बर्मन, इजहार अली, अशोक ठाकुर एवं अखिलेश झा समेत सैकड़ों की तादाद में महिला कामगारों ने निर्जला उपवास में हिस्सा लिया.