सफलता. 12 लाख की लूट को सुलझाने के करीब पहुंची पुलिस
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लूटकांड में शामिल दो और लुटेरों को पकड़ा
सफलता. 12 लाख की लूट को सुलझाने के करीब पहुंची पुलिस 27 मार्च को दिया था घटना को अंजाम भभुआ कार्यालय / भभुआ में हुई सबसे बड़ी लूट की वारदात का पुलिस ने परदाफाश किया है. साढ़े 12 लाख के लूटकांड में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन लूट के पैसे […]
27 मार्च को दिया था घटना को अंजाम
भभुआ कार्यालय / भभुआ में हुई सबसे बड़ी लूट की वारदात का पुलिस ने परदाफाश किया है. साढ़े 12 लाख के लूटकांड में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन लूट के पैसे में से महज 85 हजार रुपये ही कैमूर पुलिस बरामद कर सकी है. दोनों के नाम सन्नी व दुर्गा बताये गये हैं. अभी तक के अनुसंधान में लूट के रुपये सन्नी व दुर्गा के पास थे और पुलिस को उम्मीद थी कि सन्नी व दुर्गा की गिरफ्तारी के बाद लूट के रुपये बरामद हो जायेंगे. लेकिन,
हर बार पुलिस पैसे तक पहुंचती है कि इससे पहले पैसा दूसरे हाथों में चला जा रहा है. सन्नी व दुर्गा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन, 27 मार्च को शहर के रुचिका प्रेस के पास सरसों तेल व्यवसायी नंदू जायसवाल के बेटे से साढ़े 12 लाख के लूटकांड में अब नया मोड़ आ गया है. पुलिस की गिरफ्त में आये सन्नी व दुर्गा ने बताया है कि लूटे गये रुपये में से 2.5 लाख रुपये कोहारी के वाजिद को दिया गया था व ढाई लाख उन दोनों ने अपने पास रखा था. वहीं, छह लाख रुपया युवा जोश के विकास उर्फ लल्लू पटेल के पास रखा गया है. सोमवार को एएसपी जगन्नाथ रेड्डी ने प्रेसवार्ता करते हुए बताया कि 27 मार्च को हुए लूट की घटना को सन्नी, दुर्गा व वाजिद ने बाइक से अंजाम दिया था.
सोनू ने बनायी थी लूट की योजना : एएसपी ने बताया कि जांच में पता चला है कि लूट की योजना सोनू पांडेय ने बनायी थी. लाइनर व बाइक उपलब्ध कराने का काम सोनू पांडेय और असराढ़ी के देवेश कर रहे थे. सीसीटीवी फुटेज में सोनू की पहचान होने के बाद पुलिस जैसे ही सोनू के घर पर छापेमारी की, सोनू को इस बात की खबर हो गयी व अग्रवाल पेट्रोल पंप के सामने एक किराये के मकान में इकट्ठा हुए सभी लूटेरे सोनू, देवेश, सन्नी, दुर्गा व वाजिद वहां से भाग गये. देवेश अपने गांव चला गया. वहीं सोनू पांडेय लूट के रुपये में से पांच हजार रुपये खर्च के लिए लेकर वहां से अपने किसी रिश्तेदार के यहां चला गया.
लूट का बैग व दस्तावेज तालाब में फेंका : बताया जाता है कि सन्नी, दुर्गा व वाजिद बाइक से सारनपुर-अवसान के रास्ते अपने गांव रामगढ़ जा रहे थे. अवसान के पास रुक कर उन्होंने एक तालाब में लूट का बैग चेक बुक व बैग में रखे दस्तावेज तालाब में फेंक दिये और लूटे गये रुपये में से दो लाख 45 हजार रुपये वाजिद को दे दिया गया. शेष बचे 10 लाख रुपये में से नौ लाख रुपया मोकरम के विकास के घर छिपा दिये और 50-50 हजार रुपये लेकर उसके अगले दिन सन्नी सिंह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिला अंतर्गत तिरछी गांव अपने बहन के यहां चला गया.
लल्लू पटेल ने किया था संरक्षण देने का वादा : पुलिस ने बताया कि गांव पहुंचने के चार दिन बाद उन्होंने अपने दोस्त लल्लू पटेल से बनारस में संपर्क साधा. लल्लू पटेल ने उन्हें संरक्षण देने व पुलिस से बचाने का वादा कर विशाल सिंह नामक युवक को गाड़ी से मोकरम पैसा लाने के लिए भेजा. विशाल सिंह की गाड़ी किराये पर चलती थी. सन्नी व दुर्गा विशाल सिंह की गाड़ी से दुर्गावती, मनिहारी, मरिचाव होते हुए भभुआ मोहनिया रोड से सोनहन बस पड़ाव होते हुए बेलांव के रास्ते मोकरम पहुंचे और वहां से साढ़े आठ लाख रुपये लेकर वापस बनारस लौट आये. रखे गये नौ लाख रुपये में से विकास सिंह को 50 हजार रुपये दिये जाने थे.
लूट के छह लाख रुपये युवा जोश के विकास के पास पहुंचे
कभी बक्सर, कभी बनारस तो कभी पटना को बनाया ठिकाना
पुलिस ने बताया कि सन्नी व दुर्गा को लल्लू पटेल कभी इलाबाद तो कभी बक्सर तो कभी बनारस तो कभी पटना में अपने संरक्षण में रखवाता था. इस बीच ढाई लाख रुपये में से डेढ़ लाख रुपये का सन्नी और दुर्गा ने पटना, बनारस में महंगे जूते व अपने लिए कपड़े खरीदे.
लल्लू की गिरफ्तारी के लिए चल रही छापेमारी
एएसपी ने बताया कि लल्लू पटेल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीम लगातार छापेमारी कर रही है. इधर, एसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि लूटकांड में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पैसे की बरामदगी एवं लूटेरों को संरक्षण देने एवं लूट के पैसे को खपानेवाले लल्लु पटेल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें लगातार काम कर रही हैं.
पिता की गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में सरेंडर करने आये थे
दुर्गा और सन्नी ने पूछताछ में बताया कि उन्हें जब यह पता चला कि उन्हें संरक्षण देने एवं पैसा छुपाये जाने की जानकारी होने के पुलिस को नहीं बताने पर उनके पिता को गिरफ्तार किया गया है तो वे न्यायालय में आत्मसमर्पण करने के लिए एक बार कैमूर जिले के बाघी गांव में पहुंचे और लल्लू पटेल को कोर्ट भेजा कि वह वकीलों से बात करके आये . लल्लू पटेल उन्हें बाघी गांव में रखवा कर कोर्ट आया और कोर्ट से लौटने के बाद बताया कि सरेंडर करने का कोई उपाय नहीं है.
तुमलोग सरेंडर नहीं कर सकते हो. इसके बाद दोनों लौट गये. एएसपी जगन्नाथ रेड्डी ने बताया कि उक्त लूटकांड के उद्भेदन में मोहनिया एसडीपीओ मनोज राम, भभुआ थानाध्यक्ष राकेश कुमार, भगवानपुर थानाध्यक्ष धनंजय कुमार, डीयाऊ के सब इंस्पेक्टर धनंजय कुमार शाहिद असलम, दिवाकर सहित कई पुलिस कर्मियों ने काम किया है.
पहले दे चुके हैं लूट की घटना को अंजाम
भभुआ शहर में 27 मार्च को साढ़े 12 लाख की लूट की घटना से पहले सन्नी और दुर्गा भगवानपुर भभुआ पथ पर परमालपुर मोड़ के पास एक स्वर्ण व्यवसायी से ज्वेलरी लूट की घटना को अंजाम दे चुके थे. उक्त लूटकांड में पकड़े नहीं जाने से सन्नी व दुर्गा के हौसले बुलंद थे और उन्हें भरोसा था कि इस लूटकांड के बाद भी पकड़े नहीं जायेंगे. लेकिन, इस बार इनका किस्मत साथ नहीं दिया और वे पकड़े गये.
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