भभुआ नगर : सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों के कौशल विकास पर शिक्षा विभाग जोर दे रहा है. इसके लिए सभी प्रारंभिक व मध्य विद्यालय से चयनित एक-एक शिक्षक को प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षित शिक्षक बच्चों को पढ़ाई-लिखाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों से भी अवगत करायेंगे. अब स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिये जाने के साथ-साथ प्रतिभाओं को निखारने पर जोर देने की बात कही जा रही है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब स्कूलों में पढ़ाई की शैली में बदलाव लायी जायेगी.
यही वजह है कि चयनित शिक्षकों को शिक्षा विभाग इसके लिए प्रशिक्षित करने जा रहा है. नयी योजना के तहत वर्ग एक से आठ तक के बच्चों में पढ़ाई के साथ ही दूसरी जगह के सरकारी विद्यालयों में होनेवाली गतिविधियों की भी जानकारी दी जायेगी.
कमजोर विषयों पर रहेगा फोकस : सरकारी विद्यालयों के छात्र गणित व अंगरेजी में कमजोर होते हैं. ऐसे में बच्चे गणित व अंगरेजी विषय को लेकर भयभीत हो जाते हैं. इन दोनों विषयों की पढ़ाई के समय छात्र प्राय: कक्षा से गायब हो जाते हैं. ऐसे छात्रों में इन दोनों विषयों के प्रति लगाव लाकर उसे रुचि कर ढंग से पढ़ाने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा.
जिलास्तर पर चलेगा अभियान : बच्चों के कौशल विकास पर जोर देने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से लगातार अभियान चलाया जा रहा है. वर्ष 2016 में जिले के सरकारी स्कूलों में मिशन गुणवत्ता के तहत डीएम के निर्देश पर मिशन जागृति अभियान चलाया गया था. इसका काफी सकारात्मक असर दिखा था. इसी कड़ी में वर्ष 2017-18 में शिक्षकों की क्षमता को विकसित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण का आयोजन जिला स्तर पर होने जा रहा है. प्रशिक्षित शिक्षक बच्चों को सरल तरीके से पढ़ायेंगे. शिक्षकों को यह प्रशिक्षण 10 दिनों का होगा.
तकनीकी शिक्षा पर जोर : शिक्षा विभाग सरकारी विद्यालयों के बच्चों में प्रतिभा निखारने के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान देने पर जोर दे रहा है. इस अभियान को राष्ट्रीय अविष्कार अभियान का नाम दिया गया है. इसके तहत छह से आठ तक के बच्चों को गणित, विज्ञान व तकनीक से संबंधित जानकारी दी जायेगी. इसके लिए 10 विद्यालयों का चयन किया जायेगा. इन विद्यालयों में तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा बच्चों को जानकारी दी जायेगी.
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान : बच्चों में पढ़ाई के प्रति लगाव बढ़ाने के लिए सरकार लगातार जोर देर रही है. इस अभियान के तहत बच्चों को पढ़ाने के लिए आसान तरीके अपनाते हुए स्कूलों का भ्रमण भी कराया जायेगा. इसके लिए शिक्षकों को भी प्रशिक्षित किये जाने की तैयारी हो रही है.
देवबिंद कुमार, डीपीओ