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मोहनिया-बक्सर रोड पर अकोढ़ी पुल में आयी दरार
मोहनिया-बक्सर रोड पर स्थित अकोढ़ी पुल में दरार आ गयी है. पुल में दरार से हादसों की आशंका बढ़ गयी है. इससे आने-जाने वाले लोगों में भय बना हुआ. ओवरलोडेड वाहनों के बेधड़क परिचालन से इस पुल की स्थिति खराब हुई है. मोहनिया/नुआंव : मोहनिया-बक्सर रोड पर कर्मनाशा नदी पर स्थित अकोढ़ी पुल में आयी […]
मोहनिया-बक्सर रोड पर स्थित अकोढ़ी पुल में दरार आ गयी है. पुल में दरार से हादसों की आशंका बढ़ गयी है. इससे आने-जाने वाले लोगों में भय बना हुआ. ओवरलोडेड वाहनों के बेधड़क परिचालन से इस पुल की स्थिति खराब हुई है.
मोहनिया/नुआंव : मोहनिया-बक्सर रोड पर कर्मनाशा नदी पर स्थित अकोढ़ी पुल में आयी दरार से खतरे की आशंका बढ़ गयी है. इस पुल से प्रतिदिन हजारों छोटे-बड़े वाहनों का आवागमन होता है. पड़ोसी राज्य यूपी की चार सीमाएं इस रोड से जुड़ती हैं. इसी रोड से करीब तीन माह से बालू लोड कर ओवरलोडेड ट्रक उत्तर प्रदेश केगाजीपुर, बलिया, आजमगढ़ व गोरखपुर सहित कई स्थानो पर पहुंचते हैं. यह रास्ता पटना पहुंचने में काफी सहायक है.
पूर्व सांसद ने चलाया था अभियान : इस सड़क के ओवरलोडेड वाहनों के दबाव से क्षतिग्रस्त होने से बचाने के लिए बक्सर के पूर्व सांसद जगदानंद सिंह ने सर्वदलीय समीति का गठन भी किया था. इससे जुड़े लोगो ने ग्रामीणों के सहयोग से यह तय किया कि इस रोड से ओवरलोडेड वाहनों को नहीं गुजरने दिया जायेगा.
पूर्व सांसद की पहल पर पुलिस व प्रशासन ने भी मामले को गंभीरता से लिया व नवंबर 2013 में तत्कालीन रामगढ़ थानाध्यक्ष अकील अहमद ने तत्कालीन एसपी उमा शंकर सुधांशु के निर्देश पर इस सड़क से गुजरनेवाले ओवरलोडेड ट्रकों पर डेढ़ माह में 10 से 15 लाख रुपये का फाइन भी वसूला. इस मामले को लेकर ग्रामीण रातभर जग कर ऐसे वाहनो को पकड़ते थे. आठ जनवरी 2014 की रात भाग रहे एक बालू लोड ओवरलोडेड ट्रक का पीछा कर रहे तवेरा सवार लोगों की गाड़ी पलट गयी थी. हालांकि कोई अप्रिय घटना नहीं हुई और सभी बाल-बाल बच गये.
बाद में मंद पड़ा अभियान : इस सड़क बचाओ अभियान में शामिल कुछ सर्वदलीय सदस्यों ने ही इस पर प्रश्न उठाना शुरू कर दिया. इसकी वजह से यह अभियान मंद पड़ गया. परिणाम यह हुआ कि इस पुल में दरार पड़ गयी. यदि समय रहते ध्यान नहीं दिया गया, तो मुसीबत और बढ़ जायेगी.
पुल की जांच को पहुंचे पदाधिकारी : पुल में दरार पड़ने की सूचना पर पीडब्ल्यूडी के एसडीओ व अभियंता ने स्थल पर पहुंच जांच की. मामले को सही पाकर विभाग के वरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. विभागीय सूत्रों की माने, तो पुल से भारी वाहनों का गुजरना खतरे से खाली नहीं.
कभी भी बड़े हादसे हो सकते हैं. हालांकि इसी तरह बक्सर मे एक पुल मे दरार आने के बाद वहां के डीएम ने बड़े वाहनो के आवागमन पर रोक लगा दी थी. सूत्रों की माने, तो वरीय अधिकारियों की जांच के बाद इस पुल से भी बड़े वाहनो के आवागमन पर प्रतिबंध लगाये जाने की पूरी संभावना है.
क्या कहते हैं एसडीओ : पीडब्ल्यूडी के एसडीओ श्याम किशोर सिन्हा ने बताया कि पुल में दरार पड़ी है. पुल काफी पुराना है. ओवरलोडेड वाहनों के गुजरने से ऐसा हुआ है. जांच रिपोर्ट विभाग को भेजी गयी है. वरीय अधिकारी जांच करने के बाद जैसा कहेंगे किया जायेगा.
क्या कहते हैं पूर्व सांसद : बक्सर के पूर्व सांसद जगदानंद सिंह ने कहा कि जब इस रोड से ओवरलोडेड बालू लदे ट्रकों के आवागमन को रोकने के लिए सड़क बचाओ अभियान के तहत सर्वदलीय समिति को लेकर साथ चलने का निर्णय लिया, तो कुछ लोग इसे गलत समझने लगे. इसका परिणाम सामने है कि पुल मे दरार पड़ गयी. यदि आवागमन विभाग ने रोक दिया, तो लोगों को कष्ट होगा.
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