21.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बदलते मौसम ने अस्पताल में बढ़ायी भीड़

बदलते मौसम ने अस्पताल में बढ़ायी भीड़ सर्दी-खांसी व बुखार से पीड़ित मरीजों की बढ़ी संख्या प्रतिनिधि, भभुआ(सदर) रोज बदल रहे मौसम और ठंड की दस्तक से आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है. इसके चलते इन दिनों मौसम जनित बीमारियों के प्रभाव में आकर लोग बीमार भी पड़ रहे हैं. बदलते मौसम के चलते इलाज […]

बदलते मौसम ने अस्पताल में बढ़ायी भीड़ सर्दी-खांसी व बुखार से पीड़ित मरीजों की बढ़ी संख्या प्रतिनिधि, भभुआ(सदर) रोज बदल रहे मौसम और ठंड की दस्तक से आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है. इसके चलते इन दिनों मौसम जनित बीमारियों के प्रभाव में आकर लोग बीमार भी पड़ रहे हैं. बदलते मौसम के चलते इलाज के लिए इन दिनों काफी संख्या में मरीज सदर अस्पताल में आ रहे हैं. अधिकतर मरीज सर्दी-खांसी और वायरल बुखार से पीड़ित हो रहे हैं. गौरतलब है कि अक्तूबर में जहां सर्दी अपनी शुरुआती रूप में दस्तक दे देती है. वहीं, इस बार इस माह में सर्दी, गरमी और बारिश तीनों का मिलाजुला असर देखने को मिल रहा है. चार से पांच सौ मरीज आ रहे इलाज के लिए मौसम के बदलते मिजाज से लोगों का जीवन काफी प्रभावित हो रहा है. मौसमी बीमारियां भी लोगों पर हावी हो रही है. ऐसे में सदर अस्पताल और निजी चिकित्सालयों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. बदलते मौसम के मिजाज से केवल सदर अस्पताल में ही इन दिनों चार से पांच सौ मरीज प्रतिदिन इलाज के लिए आ रहे हैं. इनमें अधिकतर मरीज सर्दी-खांसी और वायरल बुखार से पीड़ित हैं. इसके अलावा इन दिनों मलेरिया, टाइफाइड , डेंगू आदि की चपेट में भी लोग आ रहे हैं. 33 की जगह 23 दवाएं उपलब्ध सदर अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या के बीच अस्पताल के दवा काउंटर पर सरकार द्वारा उपलब्ध करायी जा रहीं 33 की जगह मात्र 23 दवाएं ही मरीजों को मिल रही है. वैसे तो मौसम जनित सर्दी-खांसी बुखार के लिए पारासिटामोल, एंटीबायोटिक और खांसी की सिरप तो उपलब्ध है. लेकिन, एंटी फंगस, मैट्रॉन आदि दवाएं फिलहाल उपलब्ध नहीं है. इलाज कराने आये मरीजों को ये सभी दवाएं बाहर से खरीदनी पड़ रही है.बदलते मौसम में रहे सावधान बदलते मौसम में इन दिनों विशेष रूप से सावधानी बरतने की जरूरत होती है. अन्यथा जरा सी लापरवाही परेशानी का कारण बन सकता है. आज-कल सुबह में मौसम ठंड रह रहा है. ऐसे में सुबह के वक्त मॉर्निंग वॉक श्वास रोगियों के लिए परेशानी पैदा कर सकता है. सदर अस्पताल के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ एसके मांझी ने बताया कि सर्दी का मौसम श्वास रोगियाें के लिए अनुकूल नहीं होता है. इसलिए अगर श्वास रोगियों को मॉर्निंग वॉक पर जाना है तो पूरे कपड़े पहन कर जायें या फिर धूप जब निकले तब टहलें. इसके अलावा दिन और रात के तापमान में आये अंतर के कारण इन दिनों वायरल, स्कीन, हर्ट व श्वास रोगियों की संख्या बढ़ रही है.बच्चों पर रखें विशेष ध्यान ठंड की शुरुआती दिनों और पल-पल बदलते मौसम में बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. एसएनसीयू के वरिष्ठ चिकित्सक और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ महताब आलम ने बताया कि बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है. इसलिए इस मौसम में बच्चों की विशेष रूप से देख भाल उनकी जरूरत होती है. अन्यथा थोड़ी सी लापरवाही बीमारी का कारण बन सकती है. इसलिए बच्चों को सुबह कपड़े जरूर पहनायें और हो सके तो उन्हें धूप निकलने के बाद घर से बाहर निकलने दें. खुद से भी कर सकते हैं बीमारी का बचाव सर्दी-जुकाम-इससे बचने के लिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के अलावा ठंडे पानी का सेवन न करें. अस्थमा-धूल व मिट्टी से बच कर रहें. हाइपोथर्मिया-ठंडे चीज के सेवन से बचें. शुष्क त्वचा- नहाने के बाद त्वचा पर क्रीम लगायें, फल और सब्जियों का प्रयोग बढ़ा दें, जिससे बदलते मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और वायरल फीवर जैसी बीमारियां पास नहीं फटकेंगी. …………………फोटो……………..6. सदर अस्पताल में मरीजों की लगी भीड़ …………………………………………

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें