अधौरा : कैमूर पहाड़ी पर रहनेवाले वनवासियों के जीविकोपाजर्न का मुख्य साधन महुआ व पिआर है. लेकिन, इस वर्ष अप्रैल में लगातार तेज बारिश व ओले बरसने से वनवासियों के भोजन पर ग्रहण लग गया है. ओला व तेज बारिश से महुआ व पिआर के पेड़ में लगे फूल-फल नष्ट हो गये हैं. इससे वनवासी अपने जीविकोपाजर्न को लेकर काफी चिंतित हैं.
गौरतलब है कि वनवासियों के छह माह का भोजन जहां खेती से है. वहीं, छह माह का भोजन व घर के अन्य कार्य महुआ व पिआर बेच कर चलता है. इस वर्ष हुई बारिश के कारण धान की फसल न के बराबर हुई. वहीं अप्रैल में बारिश व ओले गिरने से महुआ व पिआर भी नष्ट हो गया है. ऐसे में वनवासी इस बात को लेकर काफी चिंतित हैं कि आखिर आगामी एक वर्षो तक भोजन के साथ घर का खर्च कैसे चलेगा.