भभुआ (सदर) : हत्या का शिकार हुए मोहन मल्लाह के परिजनों ने सोमवार को समाहरणालय पहुंच कर डीएम से आर्थिक मदद की गुहार लगायी. मृतक की पत्नी का कहना था कि पैसे के अभाव के चलते मृतक का काम क्रिया पर भी आफत बनी हुई है.
गौरतलब है कि तीन अप्रैल को शहर स्थित वार्ड नंबर 24 के रहनेवाले व पेशे से चापाकल मिस्त्री मोहन मल्लाह की घर में ही टांगी से वार कर उसकी हत्या कर दी थी. इस मामले में पुलिस तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. समाहरणालय गुहार लगाने पहुंची मृतक की पत्नी शकुंतला देवी का कहना था कि उसके पति घर में इकलौता कमाने वाले थे. अब उसके जाने से परिवार के समक्ष आर्थिक संकट उठ खड़ा हुआ है.
यहां तक कि मृतक के काम क्रिया के पैसे भी उसके पास नहीं है. वहीं इस 28 अप्रैल को होनेवाली उसकी बेटी की शादी में अब लड़केवालों ने पहले दहेज की मांग रख दी है. उसके बाद ही वह शादी करने को तैयार है. मृतक की दूसरी पुत्री मंशा कुमारी की शादी सासाराम के रहनेवाले सरयू चौधरी के बेटे रामलखन चौधरी से होनेवाली है.
डीएम प्रभाकर झा ने मृतक की पत्नी को ढाढ़ंस बंधाते हुए बिहार शताब्दी असंगठित कामगार शिल्पकार योजना के तहत एक लाख रुपये देने का भरोसा दिलाया और इसके अलावे आजीवन पेंशन देने व आर्थिक मदद के लिए आपदा प्रबंधन विभाग एसे भी मदद की बात कही. डीएम के द्वारा आर्थिक मदद की पेशकश से मृतक के परिजनों ने राहत की सांस ली और अपने घर को लौट गये.