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14 घंटे तक सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पड़ा रहा शव

कुदरा में देर शाम ट्रेन से गिर कर घायल हुए वृद्ध को कुदरा पीएचसी से लाया गया था सदर अस्पताल अस्पताल में वृद्ध ने तोड़ा दिया दम भभुआ सदर : कहा जाता है कि जिसका कोई नहीं होता उसका ऊपरवाला होता है. लेकिन, सदर अस्पताल भभुआ में कही गयी ये बातें लागू नहीं होती और […]

कुदरा में देर शाम ट्रेन से गिर कर घायल हुए वृद्ध को कुदरा पीएचसी से लाया गया था सदर अस्पताल

अस्पताल में वृद्ध ने तोड़ा दिया दम
भभुआ सदर : कहा जाता है कि जिसका कोई नहीं होता उसका ऊपरवाला होता है. लेकिन, सदर अस्पताल भभुआ में कही गयी ये बातें लागू नहीं होती और यहां खुदा भी शायद किसी की मदद नहीं करता. तभी तो ट्रेन से गिर कर मौत का शिकार हुए एक अनजान वृद्ध का शव अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों की संवेदनहीनता और लापरवाही से 14 घंटे तक इमरजेंसी टेबल पर ही पड़ा रहा. गौरतलब है कि सोमवार की रात आठ बजे कुदरा पीएचसी से एंबुलेंस द्वारा ट्रेन से गिरे एक 60 वर्षीय वृद्ध को गंभीर हालत में इलाज के लिये सदर अस्पताल भभुआ भेजा गया. यहां भी इमरजेंसी में मौजूद डॉ जेएन सिंह ने उसकी हालत गंभीर देख उसे रेफर कर दिया.
रेफर किये जाने और वृद्ध के साथ किसी के नहीं होने से कर्मियों ने उसकी चोट भी देखने की जहमत नहीं उठायी. इधर, सर व पैर में आये जख्म से खून अधिक निकल जाने और रेफर के बाद बाहर ले जाने के इंतजार में रात 11 बजे वृद्ध ने इमरजेंसी टेबल पर ही दम तोड़ दिया. दम तोड़ने के बाद इमरजेंसी में रात्रि कालीन ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने वृद्ध के इलाज में कोताही तो बरती ही, उसकी मृत्यु के बाद भी उसके शव को टेबल से हटाना उचित नहीं समझा. नहीं हटाये जाने की वजह से शव पूरी रात और सुबह 10 बजे तक इमरजेंसी टेबल पर ही खून से लथपथ पड़ा रहा.
क्या कहते हैं उपाधीक्षक
इस मामले में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह का कहना था कि उन्हें भी इसकी जानकारी मिली है. इस मामले की जांच की जा रही है. मौत के बाद शव को इमरजेंसी टेबल पर छोड़नेवाले कर्मियों पर जांच और पूछताछ के बाद कार्रवाई की जायेगी.
पुलिस ने भी शव के पंचनामें में किया विलंब
उधर, वृद्ध के मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन ने रात 11 बज कर तीन मिनट पर इसकी सूचना देने के लिये कर्मी भरत सिंह को ओडी स्लिप लेकर भभुआ थाने दौड़ाया. लेकिन, उस वक्त भभुआ पुलिस ने ओडी स्लिप लेने से ही इन्कार कर दिया. जब दोबारा ओडी स्लिप लेकर एक कर्मी थाने पहुंचा और थानेदार से इसकी शिकायत की, तो थानेदार सत्येंद्र राम ने तत्काल भभुआ थाने से दारोगा अंबिका यादव और अनिल कुमार को शव के पंचनामे के लिये सदर अस्पताल भेजा. सदर अस्पताल में भी प्रबंधन को लिख कर देना पड़ा कि उक्त घायल को कुदरा पीएचसी से लाया गया है और उसकी मौत भभुआ सदर अस्पताल में हुई है. तब जाकर पुलिस ने शव का पंचनामा किया और चौकीदारों से टेबल पर पड़े शव को सुबह 10 बजे उठवा कर उसे पोस्टमार्टम के लिये भेजा.

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