भभुआ सदर : बिहार के भभुआ में शौच के दौरान फोटो खींचे जाने को लेकर रविवार की शाम भभुआ थाना क्षेत्र के गोराईपुर व हरिहरपुर गांवों के बीच जम कर रोड़ेबाजी हुई. सोमवार की सुबह भी उसी मसले को लेकर दोनों गांवों के लोग भिड़ गये. इसमें दोनों तरफ से जम कर पथराव किया गया. घटना की सूचना पाकर पहुंची भभुआ थाने की पुलिस पर भी बीच-बचाव के दौरान पथराव कर खदेड़ दिया. इसमें तीन पुलिसकर्मी सहित नौ लोग जख्मी हो गये. गंभीर रूप से जख्मी हरिहरपुर गांव के उपसरपंच को बेहतर इलाज के लिए वाराणसी रेफर कर दिया गया है. पुलिस पर पथराव के घटना की सूचना मिलने पर थानेदार सहित बड़ी संख्या में पुलिस बलों ने गोराईपुर गांव में पहुंच पत्थर बरसा रहे लोगों पर लाठियां चटकायीं और स्थिति को नियंत्रित किया. पथराव करनेवाले गोराईपुर गांव की दो महिलाओं सहित 17 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस थाना ले आयी.
दरअसल, रविवार की शाम गोराईपुर गांव की कुछ लड़कियां व महिलाएं शौच के लिए गांव से सटे गोराईपुर हरिहरपुर रोड पर गयी थीं. इस दौरान हरिहरपुर के कुछ लड़कों ने शौच करने गयी गोराईपुर की लड़कियों व महिलाओं की फोटो खींच लिया. इसकी जानकारी महिलाओं ने आकर अपने गांव के लोगों को दी. इसके बाद आक्रोशित गोराईपुर के ग्रामीण हरिहरपुर गांव पहुंच गये और मारपीट पर उतारू हो गये. देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच पथराव शुरू हो गया. हालांकि, कुछ जनप्रतिनिधियों की पहल से रविवार की शाम मामला शांत हो गया. लेकिन, सोमवार की सुबह एक बार फिर गोराईपुर गांव के लोगों ने रविवार को महिलाओं का फोटो खींचे जाने की घटना को लेकर हरिहरपुर गांव पर हमला बोल दिया. दोनों गांवों के ग्रामीण आपस में भिड़ गये. दोनों तरफ से पथराव शुरू हो गया.
उक्त घटना की सूचना जब भभुआ थाने की पुलिस को मिली और भभुआ थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंच जब बीच-बचाव करने का प्रयास शुरू किया, तो गोराईपुर के ग्रामीणों ने पुलिस पर भी पथराव शुरू कर दिया. इसमें एएसआई राम इकबाल यादव सहित तीन पुलिसकर्मी जख्मी हो गये. गोराईपुर के ग्रामीणों की तरफ से किये गये पथराव में हरिहरपुर के आधा दर्जन लोग भी जख्मी हुए हैं. इसमें हरिहरपुर के उपसरपंच शिवशंकर सिंह को गंभीर चोटें आयी हैं. उनका सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बनारस रेफर कर दिया गया. शेष घायल पांच लोगों का भभुआ सदर अस्पताल में ही इलाज किया गया.
इधर, पुलिस पर गोराईपुर के ग्रामीणों द्वारा पथराव कर खदेड़े जाने की सूचना जैसे ही भभुआ थानेदार सत्येंद्र राम को मिली. वैसे ही बड़ी संख्या में पुलिस बल लेकर गोराईपुर गांव पहुंचे व पथराव कर रहे गोराईपुर के लोगों को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया. लगभग आधे घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया. साथ ही पथराव कर रहे दो महिलाओं सहित 17 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. उक्त मामले में दो प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पहली प्राथमिकी हरिहरपुर के जख्मी लोगों के तरफ से दर्ज करायी गयी है. दूसरी प्राथमिकी पुलिस पर हमला व पथराव करने का पुलिस द्वारा दर्ज करायी गयी है.
पुलिस द्वारा हिरासत में लिये गये आरोपितों में गोराईपुर गांव निवासी सूरत बिंद, नेता बिंद, रणविजय बिंद, छोटे लाल बिंद, दसई बिंद, दुखंती बिंद, उदय बिंद, दीपाली बिंद, छोटेलाल बिंद, अकलू बिंद, मराछो बिंद, बगेदु बिंद, गुड्डू बिंद, रोहतास के शिवसागर थाना अंतर्गत दरीगांव गांव निवासी सुनील बिंद, जगनारायण बिंद जबकि, महिलाओं में उदय बिंद की पत्नी सनझिया देवी, स्वर्गीय हिंद बिंद की पत्नी राजेंद्री कुंअर, राधे बिंद की 18 वर्षीय बेटी कीमती कुमारी बताये जाते हैं.
मारपीट में आधा दर्जन लोग हुए घायल
खुले में शौच को लेकर गोराईपुर और हरिहरपुर गांव के ग्रामीणों के बीच हुई जम कर मारपीट में एक उप सरपंच सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों को गंभीर चोटें आयी हैं, जो सभी हरिहरपुर गांव के ग्रामीण बताये जाते हैं. चोट से गंभीर रूप से घायल हुए हरिहरपुर गांव के उप सरपंच शिव शंकर सिंह को सदर अस्पताल से बेहतर इलाज के लिए वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया. जबकि, हरिहरपुर गांव के जितेंद्र सिंह, मानिकचंद सिंह, अंगद सिंह, अक्षय सिंह, त्रिलोक सिंह और अजीत सिंह का इलाज सदर अस्पताल में भर्ती कर चल रहा है.
रविवार की घटना की पुलिस को नहीं मिली सूचना
रविवार को गोराईपुर व हरिहरपुर गांव के ग्रामीण के बीच शौच करने गयी महिलाओं के फोटो खींचे जाने को लेकर विवाद या पथराव की सूचना किसी ने पुलिस को नहीं दी. अगर, रविवार के घटना की सूचना पुलिस को मिल गयी रहती और अगर पुलिस उसे लेकर रविवार को ही कार्रवाई करती तो शायद सोमवार को एक बार फिर दोनों गांव आपस में नहीं भिड़ते. थानाध्यक्ष सत्येंद्र राम ने बताया कि रविवार की घटना के बाबत किसी के द्वारा पुलिस को सूचना नहीं दी गयी. सोमवार को सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की. हालांकि, उक्त घटना के बाद गांव में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिसबल की तैनाती की गयी है.