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खेतों में पड़ीं दरारें, धान के पत्ते भी होने लगे पीले
किसानों में मचा हाहाकार, जल्द पानी नहीं आया तो करेंगे आंदोलन कर्मनाशा : कुदरा बियर व कर्मनाशा मुख्य नहर का पानी टेल तक नहीं पहुंचने से दुर्गावती क्षेत्र के दक्षिणी व पूर्वी इलाके के किसानों में हाहाकार मचा हुआ है. पानी नहीं आने से फसल जलने की अंदेशा से किसानों के माथे पर चिंता की […]
किसानों में मचा हाहाकार, जल्द पानी नहीं आया तो करेंगे आंदोलन
कर्मनाशा : कुदरा बियर व कर्मनाशा मुख्य नहर का पानी टेल तक नहीं पहुंचने से दुर्गावती क्षेत्र के दक्षिणी व पूर्वी इलाके के किसानों में हाहाकार मचा हुआ है. पानी नहीं आने से फसल जलने की अंदेशा से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ने लगी हैं. पानी के अभाव में खेतों में दरार पड़ गये हैं और धान के पत्ते पीले होने लगे हैं. किसान अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा कर थक हार गये हैं. क्षेत्र के किसान पानी को लेकर आंदोलन करने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है.
कर्णपुरा गांव के किसान धीरेंद्र सिंह ने बताया कि कुदरा बियर से पानी सावठ माइनर में आता है, जिससे दुर्गावती के कर्णपुरा, सावठ, डिड़खिली सहित दर्जनों गांवों के किसानों के खेतों की सिंचाई होती है. लेकिन, पानी माइनर में नहीं आने से किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल जलने के कगार पर पहुंच गयी है. क्षेत्र के किसान विभाग के एसडीओ, स्कूटिव इंजीनियर से दूरभाष के माध्यम से वार्ता कर चुके हैं. लेकिन, अब तक अधिकारियों द्वारा आश्वासन ही मिला है.
पिछले साल भी कर चुके हैं आंदोलन : एक वर्ष पहले किसानों ने जलते हुए धान को बचाने के लिए आंदोलन किया था और किसान सड़क पर उतर आये थे. इस दौरान जीटी रोड पर घंटों चक्का जाम हुआ था. पुलिस द्वारा किसानों पर चक्का जाम के आरोप में केस भी किया गया था. किसानों का कहना है कि मरता क्या नहीं करता. अगर, खेतों में धान की उपज नहीं होगी, तो किसान अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, बच्चियों की शादी कैसे करेंगे. किसानों को कहना है कि इस बार भी किसानों को सड़क पर उतरना पड़ सकता है.
बोले अधिकारी
सिंचाई विभाग के स्कूटिव इंजीनियर दिलीप कुमार ने बताया कि इस वर्ष पानी की दिक्कत नहीं है. कुदरा बियर में जहां पानी इकट्ठा होता है, वहां का शटर खराब हो जाने पर उसको बनाया जा रहा था. 20 सितंबर से सावठ माइनर में पानी टेल तक पहुंच जायेगा.
कर्मनाशा मुख्य नहर में जीटी रोड से चार किलोमीटर दूर पर पानी है. 250 क्यूसेक पानी ऊपर से आ रहा है. हमलोगों ने 300 क्यूसेक पानी की मांग की थी. लेकिन यूपी में भी पानी की काफी किल्लत इस समय है. ऊपर के किसानों की सिंचाई हो रही है. तीन-चार दिनों के अंदर टेल तक पानी पहुंच जायेगा
किसानों ने केंद्रीय मंत्री को भी पानी की समस्या से कराया है अवगत
क्षेत्र में पिछले दिनों आये केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे से भी किसानों ने पानी की समस्या से उन्हें अवगत कराया था. उन्होंने मोहनिया विधायक से वार्ता कर इसकी जिम्मेदारी सौंपी थी. मोहनिया विधायक द्वारा कहा गया कि खुदरा बियर से जहां से सावठ माइनर में पानी आता है.
वहां का चैनल टूट गया है. उसे दुरुस्त कर पानी सावठ माइनर में चला जायेगा. लेकिन, अब तक पानी नहीं आने से किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही है. धड़हर गांव के किसान सुरेंद्र तिवारी ने बताया कि कर्मनाशा मुख्य नहर का पानी टेल तक नहीं पहुंचने से नहरों का कुलावा नहीं चल रहा है, जिससे टेल के किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. किसान अपने निजी संसाधन से जुगाड़ व्यवस्था कर कुछ खेतों की सिंचाई कर रहे हैं. लेकिन, निजी संसाधनों से सिंचाई करने में खर्च ज्यादा आ रहा है और बार-बार पानी का भराव करना पड़ रहा है.
जब तक नहर में पानी भरपूर नहीं आयेगा, तब तक खेतों की सिंचाई नहीं हो पायेगी. किसान को अधिकारी व जनप्रतिनिधि केवल आश्वासन ही दे रहे हैं. लेकिन, समय से पानी नहरों में नहीं आने से किसानों की फसल बरबाद होने की उम्मीद अब बढ़ने लगी है. किसानों ने बताया कि क्षेत्र के किसान अब आंदोलन करने को मजबूर हो सकते हैं.
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