एसएस कॉलेज के कर्मी आनंद ने दे दी जान
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लांछन पर भारी पड़ा आत्मसम्मान !ो अयोध्या जाकर लगा ली जल समाधि
एसएस कॉलेज के कर्मी आनंद ने दे दी जान जहानाबाद : शहर के प्रतिष्ठित कॉलेजों में शुमार एस.एस. कॉलेज के कर्मी आनंद अब इस दुनिया में नहीं रहे. बीते कुछ दिनों पूर्व कर्मी के उपर कॉलेज की ही एक छात्रा द्वारा कथित तौर पर लांछन लगाया गया था. जिससे आहत कर्मी अयोध्या जाकर सरयुग नदी […]
जहानाबाद : शहर के प्रतिष्ठित कॉलेजों में शुमार एस.एस. कॉलेज के कर्मी आनंद अब इस दुनिया में नहीं रहे. बीते कुछ दिनों पूर्व कर्मी के उपर कॉलेज की ही एक छात्रा द्वारा कथित तौर पर लांछन लगाया गया था.
जिससे आहत कर्मी अयोध्या जाकर सरयुग नदी में जल समाधि लगा ली. इस कदर लांछन पर भारी पड़ा आत्मसम्मान! दरअसल हम अभी आरोपों को जानने का प्रयास ही कर रहे थे. जल्दबाजी में कोई कुछ कहने की स्थिति में नहीं था. तभी कर्मी की मौत की खबर उसके परिजनों तक आ चुकी थी. कथित तौर पर लगे दुराचार के आरोपों की जांच के लिए कॉलेज प्रशासन ने एक टीम भी गठित कर रखी थी.
रिपोर्ट का इंतजार था इससे पहले ही कर्मी के आत्मसम्मान को ठेंस पहुंचा और उसने लोक-लाज वश जान दे दी. अपने उपर लगे भद्दे आरोपों से कर्मी काफी विचलित था. करीब 55 वर्ष की आयु पार कर चुके इस कर्मी को विश्वास ही नहीं हो रहा था कि आखिर किसके इशारे पर षडयंत्र कर उसे फंसाया जा रहा है. जबकि आनंद हंसमुख और धार्मिक प्रवृति के थे. लगे आरोप के बाद उक्त कर्मी घर नहीं पहुंचा और मोबाइल स्वीच ऑफ कर कहीं और चला गया जहां अपनों से मुलाकात न हो. उसे क्या पता था सचमुच वो इतना दूर चला जायेगा जिस दुनिया से लौट कर वो दुबारा वापस कभी नहीं आ सकेगा.
शायद इस बात का अंदेशा किसी को नहीं था. परिजन से लेकर कॉलेज के साथियों तक को विश्वास नहीं हो रहा था कि आनंद इतनी आसानी से जान गंवा बैठेगा. इधर मृतक के परिजन काफी परेशान थे और उन्हें संबंधियों के यहां ढूंढ रहे थे. किसी को पता नहीं था कि वे अयोध्या में हैं. मंगलवार की देर रात मोबाइल चंद मिनटों के लिए खुला और उन्होंने अपनी पत्नी से महज दो मिनट बात की. आग्रह के बाद भी खुद के ठिकाना का पता परिजनों को नहीं बताया. सिर्फ इतना कहा था कि अब मुंह नहीं दिखायेंगें. उसके बाद फिर मोबाइल ऑफ हो गया. जिससे परिजन रात भर जागकर फोन मिलाते रहे.
मगर इसी बीच बुधवार को अहले सुबह ही मनहूस खबर परिजनों को मिली. उन्हीं के फोन से अयोध्या की पुलिस ने बताया कि उनका लाश सरयुग नदी के तट पर पड़ा है. परिजनों ने बताया कि जहां उनकी लाश पड़ी थी वहीं नजदीक में उनके कपड़े, घड़ी और मोबाइल पड़े थे. परिजनों ने भी बताया कि अपने उपर लगे झूठे आरोपों से वे काफी सदमे में थे. फिलहाल लाश का दाह संस्कार करने परिजन अयोध्या रवाना हो गये.
परिजनों के लौटने के बाद ही सच्चाई से और भी पर्दा उठेगा? वहीं महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डा. दिनेश कुमार सिन्हा ने बताया कि उन्हें लिखित शिकायत मिली थी जिसके बाद उनके द्वारा महाविद्यालय अनुशासन समिति से इसकी जांच करने को कहा गया था. जांच रिपोर्ट अभी आया भी नहीं था उससे पहले ही कॉलेज कर्मी के मौत की खबर हम सबों को विचलित कर दिया है.
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