एसपी ने कहा. सूचना के बाद कार्रवाई में नहीं बरती गयी लापरवाही
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प्राथमिकी के पहले हो गयी थी हत्या
एसपी ने कहा. सूचना के बाद कार्रवाई में नहीं बरती गयी लापरवाही मंटू हत्याकांड शीघ्र डिटेक्ट हो जायेगा हत्यारों को पकड़ने के लिए संदिग्ध ठिकानों पर की गयी छापेमारी आरोपित फरार जहानाबाद : शहर के मलहचक मोहल्ले के निवासी युवक मंटू कुमार की हत्या के कारणों को लेकर शनिवार को विभिन्न स्थानों पर लोगों के […]
मंटू हत्याकांड शीघ्र डिटेक्ट हो जायेगा
हत्यारों को पकड़ने के लिए संदिग्ध ठिकानों पर की गयी छापेमारी आरोपित फरार
जहानाबाद : शहर के मलहचक मोहल्ले के निवासी युवक मंटू कुमार की हत्या के कारणों को लेकर शनिवार को विभिन्न स्थानों पर लोगों के बीच कानाफूसी होती रही. लोग यह जानने को उत्सुक हैं की उक्त युवक की हत्या के कारण का सच क्या है. अभी तक यह आरोप लगा है कि रुपये के लेन-देन के विवाद में मंटू का अपहरण के बाद हत्या की गयी. लेकिन जिस वीभत्स ढंग से अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है उसके आधार पर कयास लगाया जा रहा है
कि हत्या का कारण कुछ और भी हो सकता है. पैसे के लेन-देन के अलावा संभावित मौज-मस्ती के दौरान हुए विवाद के बिंदु पर भी पुलिस तहकीकात कर रही है. पुलिस अनुसंधान में अबतक यह स्पष्ट हो चुका है कि मंटू की हत्या जहानाबाद नगर थाने में परिजनों के द्वारा दी गयी सूचना के घंटों पूर्व ही हो गयी थी. इस बाबत पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार ने बताया कि हत्याकांड के उक्त मामले को शीघ्र डिटेक्ट कर लिया जायेगा. जब परिजनों ने उसके अपहरण की सूचना पुलिस को दी तो पुलिस ने कार्रवाई करने में कोई लापरवाही नहीं बरती. इधर हत्याकांड में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए नगर थाने की पुलिस ने एफआइआर में आरोपित कोचिंग संचालक मिथिलेश कुमार उर्फ एम कुमार के कोचिंग, उसके आवास और अन्य संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की. लेकिन कोई गिरफ्तार नहीं हुआ. कोचिंग बंद पाया गया और संचालक फरार था.
एफआइआर कराने के पूर्व ही हो गयी थी हत्या : शहर के भाजपा नेता मुंसी प्रसाद निषाद का भतीजा मंटू कुमार के अपहरण के बाद हत्या का मामला उद्भेदन करने में पुलिस सक्रिय हो गयी है. एसपी आदित्य कुमार ने बताया कि थाने में अपहरण की सूचना मंटू के भाई विधि कुमार ने 23 जून को दिया था. लेकिन उसकी हत्या 22 जून की देर रात ही कर दी गयी थी. धनरूआ पुलिस ने 23 जून की सुबह करीब पौने सात बजे मोरियांवा गांव के कालाहारा बधार से उसकी जली लाश बरामद की थी. इधर नगर थाने में सूचना देने के बाद पुलिस तुरंत हरकत में आयी थी. लापरवाही नहीं बरती थी.
प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस अनुसंधान शुरू कर दी थी. अनुसंधान के क्रम में ही नगर थाने की पुलिस ने 24 जून को यह जानकारी प्राप्त की थी कि धनरूआ थाना क्षेत्र में एक अज्ञात लाश मिली है. इस सूचना पर उसके परिजन पुलिस के साथ वहां जाकर मंटू के शव की पहचान की थी. एसपी ने स्पष्ट किया कि मंटू के अपहरण की सूचना थाने में दर्ज कराने के पहले ही अपराधियों ने उसे मार डाला था. लेकिन इस घटना को अंजाम देने में कौन-कौन लोग शामिल हैं. घटना का सही कारण क्या है, इसका खुलाशा शीघ्र कर लिया जायेगा. दोषी बख्से नहीं जायेगें.
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