Advertisement
जंदाहा प्रखंड के सरकारी आवास बने खंडहर
– जर्जर एवं खंडहर में तब्दील हो चुका है सरकारी भवन – प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का भी यही हाल जंदाहा. भवन निर्माण विभाग की बेरुखी के कारण जंदाहा के अधिकतर सरकारी विभाग के भवनों एवं कार्यालयों तथा आवासीय भवन खस्ताहाल होकर जर्जर एवं खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. 1980 के आसपास बना प्रखंड […]
– जर्जर एवं खंडहर में तब्दील हो चुका है सरकारी भवन
– प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का भी यही हाल
जंदाहा. भवन निर्माण विभाग की बेरुखी के कारण जंदाहा के अधिकतर सरकारी विभाग के भवनों एवं कार्यालयों तथा आवासीय भवन खस्ताहाल होकर जर्जर एवं खंडहर में तब्दील हो चुके हैं. 1980 के आसपास बना प्रखंड कार्यालय, पशु अस्पताल, ब्रिटिश काल में बना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कमोवेश सभी की स्थिति जर्जर है.
यदा-कदा प्रखंड कार्यालय की कुछ मरम्मत भी हुई, मगर उसी परिसर में बने अन्य भवन, आवासीय परिसर अब पूर्णत: ढहने के कगार पर है. यही स्थिति कर्मचारियों के लिए बने आवासों की भी है, जहां दो राजपत्रित, आठ पर्यवेक्षक, 16 अनुसचिवीय और आठ अनुसेवी आवासीय भवन पूर्णत: ढह चुके हैं. ये आवासीय भवन किसी रूप में रहने लायक नहीं हैं. नतीजतन बीडीओ अभी सूचना भवन के प्रथम तल पर रह रहे हैं, तो वहीं सीओ किराये के मकान में रह रहे हैं. वहीं अन्य प्रखंडकर्मी एवं अंचलकर्मी भी किराये के मकान में रहने को विवश हैं.
इसी तरह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी हाल है. यहां भी डॉक्टर के आवासीय भवन जर्जर हैं. इसको लेकर डॉक्टर भी अस्पताल से बाहर रहने पर विवश हैं. सबसे विकट स्थिति प्रखंड परिसर आवासीय भवनों की है. आश्चर्यजनक बात यह है कि इस खंडहरनुमा आवास की सुरक्षा हेतु बारहवीं वित्त
योजना से लाखों रुपये खर्च कर चहारदीवारी का निर्माण कराया जाना कहीं से भी
उचित नहीं है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement