जहानाबाद : सहकारिता आंदोलन को आज जबर्दस्त क्षति पहूंची जब नेता नरेंद्र सिंह के निधन की खबर पहूंची. स्थानीय पश्चिमी गांधी मैदान स्थित उनके आवास मगध निकेतन में खबर सुनते ही कोहराम मच गया. ज्ञात हो कि पुराना गया जिला में सहकारिता आंदोलन के जनक स्व बालेश्वर सिंह के बड़े पुत्र थे स्व सिंह. सहकारिता जगत के सभी पदों बिस्कोमान, को-आॅपरेटिव बैंक लिमिटेड गया के उपाध्यक्ष, बिस्कोमान भूमि विकास बैंक, को-आॅपरेटिव फेडरेशन जैसे सभी संस्थाओं में निदेशक एवं अन्य पदों पर आशीन रहे. स्व सिंह की पत्नी उर्मिला देवी भी बिस्कोमान, को-आॅपरेटिव फेडरेशन के निदेशक पद पर रह चुकी हैं. स्व सिंह के छोटे भाई नवल किशोर ने बताया की इन्हें सप्ताह में दो बार डायलीसीस कराया जाता था.
इसी क्रम में बीते रात उनका देहांत पटना में हो गया. निधन पर शोक व्यक्त करने वालों में वयोवृद्ध सहकारिता नेता भोला प्रसाद शर्मा, काको बिस्कोमान के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा, भेलावर पैक्स अध्यक्ष दीपक कुमार, मगध सेंट्रल को-आॅपरेटिव बैंक के निदेशक सूर्यदेव सिंह, भाजपा नेता अजित शर्मा, रंजीत रंजन, साक्षरता आंदोलन से जुड़े संतोष श्रीवास्तव, कवि महेश कुमार मधुकर आदि लोग शामिल है.