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वर्षों से एनएच पर डायवर्सन पार कर गुजरती हैं गाडि़यां

वर्षों से एनएच पर डायवर्सन पार कर गुजरती हैं गाडि़यां रुक-रुक कर होता है काम अब तक नहीं बन सके एनएच 110 पर कई पुल-पुलिया यात्रियों को झेलनी पड़ रही परेशानी फोटो . 1 से 6 इंट्रो. इसे लचर व्यवस्था का दंश कहें, या फिर हाकिमों की लापरवाही. जिनका ध्यान उस मार्ग से गुजरने के […]

वर्षों से एनएच पर डायवर्सन पार कर गुजरती हैं गाडि़यां रुक-रुक कर होता है काम अब तक नहीं बन सके एनएच 110 पर कई पुल-पुलिया यात्रियों को झेलनी पड़ रही परेशानी फोटो . 1 से 6 इंट्रो. इसे लचर व्यवस्था का दंश कहें, या फिर हाकिमों की लापरवाही. जिनका ध्यान उस मार्ग से गुजरने के बाद भी एनएच के उस डायवर्सन पर नहीं है.

विगत पांच वर्षों में भी एनएच पर बन रहे पुल-पुलिये का निर्माण नहीं हो सके हैं. राज्य और केंद्र के पेच में फंस कर रह गया है पुल का निर्माण. अब तक कई ठेकेदार और पेटी कॉन्ट्रेक्टर आये, काम लगाये और चंद दिनों में ही बोरिया-बिस्तर समेट कर चलते बने. कब तक बन सकेगा एनएच का यह पुल इसका सही आकलन न तो विभाग कर पा रहा, ना ही प्रशासन के पास कोई ठोस जवाब है. इस मार्ग पर जब कभी कोई घटना या दुर्घटना होती है तो प्रशासन चौकन्ना जरूर हो जाता है मगर समय बीतते ही सबकुछ भूल जाते हैं.

जहानाबाद (नगर).अरवल से एकंगर को जोड़ने वाली एनएच 110 पर वाहनों का परिचालन डायवर्सन के सहारे हो रहा है. पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने के कारण डायवर्सन से होकर गुजर रहे वाहन. ऐसे में यात्रियों को परेशानी के साथ ही दुर्घटना का डर भी सताते रहता है. कहते हैं कि चिकनी सड़कें तथा यातायात की बेहतर सुविधाएं विकास का मुख्य आधार है.

लेकिन जिले में विगत कई वर्षों से कई स्थानों पर पुल के निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं. जिसके कारण डायवर्सन के सहारे वाहनों का परिचालन हो रहा है. शहर के अलगना मोड़ के समीप दरधा नदी पर बना पुल वर्षों से क्षतिग्रस्त है. करोड़ों की लागत से वर्ष 2011 में पुल का निर्माण कार्य शुरू कराया गया ,मगर अब तक पुल के पाइंलिंग का कार्य भी पूरा नहीं हो सका है.

दरधा नदी के अलावा एनएच 110 पर जहांगीरपुर के समीप बलदईया नदी पर भी पुल का निर्माण कार्य आरंभ हुआ था लेकिन निर्माण कार्य नक्सलियों के निशाने पर आने के कारण ठप पड़ा है. जहानाबाद अरवल एनएच 110 पर दर्जन भर स्थानों पर पुल , पुलिये का निर्माण कार्य चल रहा है. कुछ स्थानों पर निर्माण कार्य पूरा हो गया है जबकि अधिकांश स्थानों पर निर्माण कार्य अभी भी अधूरे पड़े हैं.

जिन स्थानों पर पुल -पुलिये का निर्माण कार्य चल रहा है वहां परिचालन बहाल रखने के उद्देश्य से डायवर्सन का निर्माण किया गया है. जिसके सहारे वाहनों का परिचालन हो रहा है. डायवर्सन के कारण अक्सर होती है दुर्घटनाएं:एनएच 110 पर दर्जन भर स्थानों पर डायवर्सन का निर्माण किया गया है. जिसके सहारे वाहनों का परिचालन हो रहा है.

एनएच पर बना डायवर्सन अक्सर दुर्घटना का कारण बन रहा है. थोड़ी भी बुदा-बांदी होते ही डायवर्सन जानलेवा बन जाता है. डायवर्सन पर फिसलन के कारण दुर्घटनाएं बढ़ जाती है. डायवर्सन के कारण वाहनों की गति पर भी ब्रेक लग जाता है. यही कारण है कि जहानाबाद से अरवल की मात्र 32 किलोमीटर की दूरी तय करने में दो घंटे से अधिक का समय लगता है. पुल निर्माण में लगा छड़ काट रहे असामाजिक तत्व : अलगना मोड़ के समीप दरधा नदी में पुल निर्माण के कार्य में लगा छड़ असामाजिक तत्वों द्वारा काटा जा रहा है. समय सीमा के अंदर पुल निर्माण का कार्य पूरा नहीं किये जाने के कारण सरकार द्वारा निर्माण कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया गया है. जिसके कारण निर्माण का कार्य ठप पड़ा है.

निर्माण एजेेंसी द्वारा पुल निर्माण के लिए जो पाइलिंग किया गया था. उसका छड़ असामाजिक तत्वों द्वारा काटा जा रहा है. क्या कहते हैं यात्री: पुल का निर्माण कार्य अधूरा रहने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जान-जोखिम में डाल जर्जर पुल से होकर गुजर रहे हैं जो कभी भी जमीनदोज हो सकता है. :

विकास कुमारपुल निर्माण के कारण बनाया गया डायवर्सन अक्सर क्षतिग्रस्त हो जाता है, जिससे यातायात बाधित हो जाता है. सरकार पुल का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा कराये. ताकि परेशानी से छुटकारा मिल सके : संदीप कुमारडायवर्सन में अक्सर गाडि़यां फंसी रहती है जिससे यात्रियों को काफी परेशानी होती है. कोई वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोग घंटों परेशानी झेलने को मजबूर होते हैं: धर्मेंद्र चौधरीकई वर्षो से पुल का निर्माण कार्य चल रहा है. लेकिन यह पूरा नहीं हो रहा है. निर्माण कार्य धीमी रहने के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है. : कृष्णा चौधरी क्

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