जहानाबाद (नगर) : समान काम के लिए समान वेतनमान की मांग जब तक पूरी नहीं होती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी शिक्षण कार्य के साथ ही मूल्यांकन कार्य का भी बहिष्कार करेंगे तथा अपने आंदोलन को सफल बनायेंगे. उक्त बातें जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जनार्दन प्रसाद सिंह ने कहीं.
समान वेतनमान की मांग को लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ का धरना आज तीसरे दिन भी समाहरणालय के समक्ष जारी रहा, जिसकी अध्यक्षता करते हुए श्री सिंह ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को वेतनमान उनका अधिकार है, सरकार को हर हाल में वेतनमान देना होगा. सरकार की हठधर्मिता के कारण शिक्षा व्यवस्था ठप हुई है. सरकार गरीबों के बच्चों को शिक्षित देखना नहीं चाहती है. यही कारण है कि शिक्षकों की जायज मांग पर भी सरकार का ध्यान नहीं जा रहा है.
धरना को संबोधित करते हुए संघ के सचिव मिथिलेश्वर कुमार ने कहा कि सरकार शिक्षकों को समान कार्य के लिए भिन्न-भिन्न तरह का वेतन दे रही है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है. सरकार शिक्षकों की जायज मांग पर भी आंखें बंद कर रखी है, जिसका खामियाजा आगामी चुनाव में भुगतना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों क ो वेतनमान नहीं मिलना गैर संवैधानिक है.
समान काम के लिए समान वेतनमान शिक्षकों का अधिकार है. इसे लेकर ही दम लेंगे. उन्होंने कहा कि समान वेतनमान को लेकर जारी आंदोलन के तहत 22 अप्रैल को विधानमंडल के समक्ष धरना दिया जायेगा. इसके बाद भी सरकार द्वारा सकारात्मक घोषणा नहीं की जाती है, तो एक मई से माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अनिश्चितकालीन हड़ताल की जायेगी. धरना को अनीता कुमारी, विद्यानंद शर्मा, विद्यासागर समेत अन्य शिक्षक नेताओं ने संबोधित किया.