जहानाबाद : बंधुगंज निवासी बंटी दो दिनों से अपने ससुराल में दरवाजे पर बाहर बैठ कर रात गुजार रही है. दरअसल बंटी की शादी निजामुदीनपुर निवासी जितेंद्र सिंह के पुत्र सुमन से वर्ष 2015 में हुई थी. बंटी ने बताया कि शादी के बाद एक साल तक सबकुछ ठीक रहा. बाद में ससुराल के लोग उसे प्रताड़ित करने ले. पति भी मारपीट करता है.
मायके से दहेज में मोटी रकम की मांग की जाने लगी. कई बार सामाजिक मर्यादाओं में रहकर वह दु:ख-सीतम झेलती रही. ससुराल वालों की करतूत मायके से छुपा कर रखा लेकिन जब मायके से रकम लाने का दबाव देकर दरवाजे से धकेल दी गयी तो मायका पहुंच कर मां-बाप को सच्चाई बताया. कई दफे गांव-समाज के लोगों के बीच सुलहनामा भी हुआ लेकिन दहेज के दरिंदे कहां मानने वाले. थक-हार कर कानून की शरण में गयी. मुकदमा न्यायालय में चल रहा है.
इसी बीच जब गुरुवार को मां के साथ ससुराल पहुंची तो पति ने पैसे की मांग की. बंटी ने कहा कि उसके मां-बाप गरीब हैं, अब पैसा कहां से देगें. इतना सुनते ही पति आग बबुला हो गया और उसे धकेलते हुए उसकी मां को तमाचा जड़ दिया. लोक-लाज से मां घर चली गयी और वह यहीं दरवाजे पर बैठी है. घर में बाहर से ताला जड़ दिया गया है. वहीं घर के अंदर ससुराल के लोग जमे हैं. गालियां दी जा रही है. अब पति बदचलन भी कहने लगा है. बंटी को कोई संतान भी नहीं है.
पति के दरवाजे पर दो दिनों से भूखी-प्यासी बैठी है. उसका कहना है कि अगर घर में प्रवेश नहीं मिला तो यहीं बैठकर जान दे देगी लेकिन अब मायके नहीं जायेगी. रोती हुई बंटी मुहल्ले के लोगों से भी न्याय की गुहार लगाती रही. लोगों ने भी दबे जुबान में कहा कि घर के बाहर महिला के रहने से हमलोग भी शर्मिंदा हैं लेकिन अब कौन उसे समझा कर आफत मोल ले.