झाझा. विवाह करने के बाद एक विवाहिता मात्र चार दिन ही अपने ससुराल में रही. इसके बाद जब वह अपने मायके आयी तो सात साल तक विवाहिता को उसके ससुराल वालों ने घर में इसलिए घुसने नहीं दिया क्योंकि दहेज मनमाफिक नहीं मिला था. पति की दूसरी शादी की सूचना पर जब विवाहता ससुराल पहुंची तो ससुराल पक्ष के लोग घर का दरवाजा बंद करके फरार हो गये. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और विवाहिता को ससुराल में गृह प्रवेश कराया. मामला थाना क्षेत्र के बाराजोर का है, अंबा गांव निवासी विवाहिता के पिता दिनेश यादव ने बताया कि मैं अपनी पुत्री प्रियंका कुमारी की शादी बाराजोर गांव निवासी रवींद्र यादव के साथ हिंदू रीति रिवाज के साथ की थी. इसमें उपहार के रूप में नकद ,सोने के जेवरात, बाइक व अन्य सामान भी दिये. चार दिन तक हमारी पुत्री ससुराल में रही. उसके बाद मायके चली आयी. बीच-बीच में दामाद रवींद्र यादव लगातार दो लाख से आठ लाख तक रुपये की मांग करता रहा. पैसा नहीं मिलने पर पुत्री को छोड़ देने का भी धमकी देता रहा. इसी बीच हमलोगों ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. न्यायालय से नोटिस मिलने के बाद भी रवींद्र यादव एक बार भी न्यायालय में उपस्थित नहीं हुआ. इसी बीच रवींद्र ने 25 जून को दूसरी शादी कर ली. सूचना पर हमलोग बाराजोर गांव आये हैं और घटना की सूचना पुलिस को दी है. हमारी पुत्री के बाराजोर गांव पहुंचते ही सभी लोगों ने घर का दरवाजा बंद कर दिया. थानाध्यक्ष संजय कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस पदाधिकारी नंदन कुमार को घटना स्थल पर भेजा. पुलिस पदाधिकारी नंदन कुमार के सहयोग से घर के अंदर प्रवेश मिला है.
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