18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

विसंगतियों से भरी है सूची

खाद्य सुरक्षा योजना . बिना कार्ड के राशन नहीं मिलने का सता रहा है डर खाद्य सुरक्षा योजना के तहत खाद्यान्न देने के लिए चयनित लाभुकों के सूची में कई विसंगतियां हैं. किसी के पास कार्ड तो है तो सूची में लाभुक का नाम नहीं, जिनका सूची में नाम है ऐसे लाभुक के पिता या […]

खाद्य सुरक्षा योजना . बिना कार्ड के राशन नहीं मिलने का सता रहा है डर

खाद्य सुरक्षा योजना के तहत खाद्यान्न देने के लिए चयनित लाभुकों के सूची में कई विसंगतियां हैं. किसी के पास कार्ड तो है तो सूची में लाभुक का नाम नहीं, जिनका सूची में नाम है ऐसे लाभुक के पिता या पति का नाम नहीं है.
सोनो : जना की सूची में लाभुक के पिता या पति का नाम नही, किसी के पास कार्ड तो है पर सूची में लाभुक का नाम नहीं, घर कहीं परंतु कार्ड में निवास किसी दूसरे गांव का, न तो कार्ड मिला और न ही सूची में नाम है. ये सारे कारनामे खाद्य सुरक्षा योजना के तहत खाद्यान्न देने के लिए चयनित लाभुकों के लिए किये गये है. जनगणना के आधार पर बनाये गये विसंगतियों से भरे पड़े राशन कार्ड वितरण सूची से परेशान बलथर पंचायत के मुखिया ललित नारायण सिंह ने इन विसंगतियों की ओर प्रशासनिक पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया है.
यह समस्या सिर्फ बलथर पंचायत की ही नहीं बल्कि प्रखंड के कई अन्य पंचायतों की भी है. दरअसल गत वर्ष का कूपन जिस पर खाद्यान व किरासन तेल वगैरह मिला करता था वह खत्म होने को है.जानकार की मानें तो नया कूपन मिलने में अभी कई महीने लगेंगे.
हलांकि कूपन के अभाव में भी राशन कार्ड द्वारा लाभुकों को खाद्यान्न मिलता रहेगा परंतु विसंगतियों की मार झेल रहे वैसे लाभुक जिनके नाम तो सूची में है परंतु उनके पास कार्ड नहीं है दूसरी ओर बड़ी संख्या में ऐसे लोग है जिन्हें कार्ड तो है परंतु सूची में नाम नहीं है जिससे वे खाद्यान्न से वंचित है. बलथर पंचायत की राशन कार्ड वितरण सूची में जुगड़ी गांव के लगभग एक दर्जन से भी अधिक परिवार का नाम पंचायत के दूसरे गांव बघमादमगी में दे दिया गया है. इससे परेशान जुगड़ी के प्रमिला देवी, प्रेमा देवी, हेमलतादेवी, बेबी देवी, सावित्री देवी सहित कई कार्डधारी को अपने खाद्यान्न वगैरह को लेने के लिए अपने गांव से कई किलोमीटर दूर बघमादमगी गांव के जनवितरण विक्रेता के पास जाने की मजबूरी है.
सूची में लाभुक के पिता या पति का नहीं है नाम
एक नाम की हैं कई महिलाए
किसी-किसी पंचायत में तकरीबन एक सौ से भी अधिक कार्डधारी ऐसे है जिनके पिता या पति का नाम ही नहीं लिखा है. गांव में एक नाम की कई महिला होने के नाते कार्ड देने में तो परेशानी हुई ही परंतु अब वैसे कुछ कार्डधारियों की परेशानी अब बढ़ जायेगी जिनके नाम बिना पिता या पति के सूची में दर्ज तो है परंतु उनके पास कार्ड नही है. बलथर पंचायत के मुखिया की मानें तो इस पंचायत में तकरीबन दो सौ घर ऐसे है जो खाद्यान्न से इसलिए वंचित है
क्योंकि इनका नाम न तो सूची में है और न ही उन्हें कार्ड या कूपन मिला था. ऐसे परिवार में अधिकांश अनुसूचित जाती व कुछ अनुसूचित जनजाति के परिवार है. इस पंचायत के मुखिया को लगता है कि आगे बिना कूपन के कार्ड द्वारा जो खाद्यान्न वितरण होने की तैयारी चल रही है इससे परेशानी बढ़ेगी.
इधर कई लोग यह मानते है कि अगर डीलर बिना कार्ड वाले को सूची के आधार पर खाद्यान्न नही देंगे तो बड़ी संख्या में राशि की बंदरबांट होगी. हलांकि बीडीओ पंकज कुमार ने इस संदर्भ में बताया कि बिना कार्ड वाले परिवार जिनका नाम सूची में में दर्ज है उन्हें भी सूची के आधार पर खाद्यान्न मिलेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें