जमुई : जिला एवं सत्र न्यायाधीश सजल मंदिलवार की अध्यक्षता में शनिवार को व्यवहार न्यायालय परिसर स्थित न्याय सदन में मध्यस्थता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. मौके पर उपस्थित अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मंदिलवार ने कहा कि मध्यस्थता विवादों के निपटारे की सरल,आसान एवं ढ़ाचागत प्रक्रिया है.
इसके तहत विवादों का निपटारा सौहार्दपूर्ण वातावरण में दोनों पक्षों की सहमति से किया जाता है. मध्यस्थता के तहत विवादों के निबटारे से समय की बचत होती है और न्यायालय में मुकदमों का बोझ भी घटता है.
प्राधिकार के सचिव राजकुमार चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि हमसबों को मध्यस्थता के तहत हमसबों को सुलहनीय वादों का अधिक से अधिक निपटारा करना चाहिए. इस अवसर पर एडीजे भोलानाथ तिवारी,विक्रम कुमार,किशोर प्रसाद,राजेश कुमार समेत दर्जनों न्यायिक पदाधिकारी मौजूद थे.