झाझा/जमुई: परिवहन विभाग द्वारा 11 जनवरी से 17 जनवरी तक सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है. विभाग का उद्देश्य प्रखंड एवं नगर क्षेत्र के लोगों को यातायात के नियमों की समुचित जानकारी के अलावा सुरक्षित यात्र व यातायात के नियमों का पालन करने से लाभ व उनके उल्लंघन से हानि की बातों की जानकारी […]
झाझा/जमुई: परिवहन विभाग द्वारा 11 जनवरी से 17 जनवरी तक सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है. विभाग का उद्देश्य प्रखंड एवं नगर क्षेत्र के लोगों को यातायात के नियमों की समुचित जानकारी के अलावा सुरक्षित यात्र व यातायात के नियमों का पालन करने से लाभ व उनके उल्लंघन से हानि की बातों की जानकारी देना है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही, वाहन चालकों का मनमानीपूर्ण रवैया व उचित जागरूकता के अभाव में नगर व प्रखंड क्षेत्र में सड़क सुरक्षा सप्ताह असफल साबित होता नजर आ रहा है.
शहर के मुख्य बाजार, बस स्टैंड चौक, बोड़वा बस स्टैंड, स्टेशन चौक, सोहजाना चौक समेत कई जगहों पर बेतरतीब ढंग से वाहनों की पार्किग करने ओवर लोडेड वाहनों को देखने से पता चल जाता है कि यहां की यातायात व ट्रैफिक व्यवस्था की स्थिति कितनी दयनीय बन चुकी है. सड़कों पर छोटे से लेकर बड़े वाहनों पर ओवरलोडिंग के अलावा एक बाइक पर तीन से चार व्यक्ति का सफर वह भी बिना हेलमेट का भाली-भांति देखा जा सकता है.
विशेष कर टीनएजर्स की संख्या बहुतायत है. ट्रैफिक व्यवस्था नहीं रहने के चलते रोज छोटी-बड़ी घटनाएं घटती रहती है. लगातार तो नहीं कम से कम विशेष जागरूकता के समय भी प्रशासन सचेत हो जाये, तो बहुत हद तक सड़क दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सकती है. इस संदर्भ में जिला परिवहन पदाधिकारी दिलीप अग्रवाल ने बताया कि 11 से 17 जनवरी तक चलने वाले सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान सभी सरकारी वाहनों एवं सरकार द्वारा अधिकृत वाहनों का फिटनेस जांच करा कर प्रमाण पत्र दिया जायेगा. इस दौरान निजी वाहनों की जांच करवायी जायेगी. यातायात के नियमों की जागरूकता हेतु विद्यालय के छात्र-छात्रओं द्वारा चौक -चौराहा पर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. जमुई नगर परिषद एवं झाझा नगर पंचायत में ट्रैफिक व्यवस्था सुचारु रुप से चलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की बहाली को लेकर सरकार को कई बार पत्र भी लिखा गया है. छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं एवं नियमित जाम से निजात पाने के लिए ट्रैफिक पुलिस का होना अति आवश्यक है.
धुआं उगलते हैं वाहन
किराये पर चलने वाले वाहन कई वर्ष पुराने हो जाने की वजह से जहरीला धुआं उगलते रहते हैं. वाहनों का न तो नियमित रुप से जांच होता है और न ही अवैध रुप से चलाये जा रहे वाहनों क ी प्रदूषण जांच होती है. शहर में सुचारु रुप से वाहनों को चलाने के लिए यातायात नियमों की जागरूकता हेतु न तो अभियान ही चलाया जाता है. जिस कारण सड़कों पर जाम लगता है और आम जनों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. जबकि अमूमन तौर पर वाहन चालकों के पास यातायात के नियमों के पालन संबंधी पुस्तिका रहती ही है. इसके बावजूद कोई भी वाहन चालक इसका इस्तेमाल नहीं करते हैं.
कहते हैं पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक उपेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि जमुई नगर परिषद एवं झाझा नगर पंचायत के सभी व्यस्त चौक-चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की व्यवस्था जल्द ही कर दी जायेगी. दोनों जगहों का खाका तैयार कर लिया गया है और व्यस्ततम चौक-चौराहों को भी चिह्न्ति कर लिया गया है.