जमुई : सरकार के द्वारा महिला सशक्तीकरण को लेकर कई तरह के कार्यक्रम का संचालन बीते कई वर्षों से किया जा रहा है. समाज में महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी हो इसको लेकर सरकारी तथा अर्ध सरकारी सेवा में उसके जाति प्रमाण पत्र का होना अनिवार्य है. जानकारी के अनुसार किसी भी तरह के प्रमाण पत्र को लेकर लोग प्रखंड मुख्यालय स्थित काउंटर पर जाते हैं. जहां आवेदन देकर प्रमाण पत्रों को प्राप्त किया जाता है. प्रमाण पत्र को निर्गत करने को लेकर आवश्यक जानकारी के बाद इसकी जांच की जाती है
और एक समय सीमा के तहत संबंधित पदाधिकारी खासकर अंचलाधिकारी की हस्ताक्षर के बाद व्यक्ति को प्रमाण पत्र निर्गत किया जाता है, लेकिन अपनी पत्नी के जाति प्रमाण पत्र को लेकर सदर प्रखंड मुख्यालय को आये नगर क्षेत्र के नारडीह मुहल्ला निवासी संतोष शाह ने बताया कि पत्नी गुड़िया देवी के जाति प्रमाण पत्र को लेकर बीते कई दिनों से सदर प्रखंड मुख्यालय स्थित बने काउंटर का चक्कर लगा रहा हूं. लेकिन काउंटर पर नियुक्त कर्मी के द्वारा आवेदन पत्र लेना तो दूर टालमटोल का रवैया किया जा रहा है.
संतोष ने बताया कि सरकार के द्वारा किसी भी तरह के जन कल्याणकारी योजना से लाभ प्राप्त करने को लेकर महिलाओं का जाति प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है. लेकिन यहां तो आवेदन पत्र नहीं बन पा रहा है .इस बाबत पूछे जाने पर अंचलाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि महिला का जाति प्रमाण पत्र उसके नैहर क्षेत्र के अंचल कार्यालय से बनता है . उन्होंने बताया कि जाति प्रमाण पत्र के अलावे सभी तरह के प्रमाण पत्र उसके पति के निवास स्थित अंचल से बनता है. लेकिन इस प्रमाण पत्र को लेकर विभाग के द्वारा अभी यहां से बनने की कोई जानकारी नहीं दी गयी है.