जमुई : जिला प्रशासन और ऑटो चालकों के बीच हड़ताल समाप्त करने को लेकर हुई वार्ता गुरुवार को विफल होने के पश्चात ऑटो चालक संघ की हड़ताल जारी रहेगा. लोगों को अब एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए वैकल्पिक साधनों का इस्तेमाल करना होगा. बताते चलें कि प्रशासन और ऑटो चालकों के बीच वार्ता विफल होने के पश्चात लोगों की परेशानी अब कहीं से भी कम होने का आसार नहीं दिखता है. विगत चार दिनों से जारी ऑटो चालकों की हड़ताल अब लंबा खींचने के आसार हैं.
वार्ता विफल होने के बाबत जानकारी देते हुए ऑटो चालक संघ के सदस्यों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा बैठक के दौरान पिछली सभी बातों को भूल कर नई व्यवस्था के तहत काम करने को लेकर दबाब दिया गया है. जिसे हम चालक मंजूर नहीं कर सकते हैं. संघ के सदस्यों ने बताया कि हमलोगों ने अधिकारी के समक्ष बताया गया कि बीते 29 मार्च को जमुई-मलयपुर ऑटो स्टैंड का नीलामी हुआ है वह कहीं से भी सही नहीं है. चालक सदस्यों ने बताया कि ऑटो स्टैंड का नीलामी क्षेत्रीय परिवहन पदाधिकारी के अनुशंसा के अनुसार नहीं किया गया है. बन्दोबस्ती को तत्काल स्थगित करते हुए इसे नए सिरे से बंदोबस्ती किया जाये.
ओटो चालकों ने कहा कि नये सिरे से बन्दोबस्ती होने पर ही हमलोगों के द्वारा सही तरीके से कर का भुगतान किया जाएगा. जिस पर अपर समाहर्ता के द्वारा यह कहा कि बंदोबस्ती को अब किसी भी कीमत पर दुबारा नहीं किया जाएगा. यह आयुक्त स्तर का मामला है और इसको लेकर आयुक्त को पत्र भेजा जायेगा. प्रशासन के इस रवैया के कारण हम लोगों ने अपनी हड़ताल को जारी रखने का निर्णय लिया है. ओटो चालक संघ के सदस्यों ने बताया कि सात अप्रैल को पूरे बिहार के ऑटो चालक संघ के प्रतिनिधियों के सहयोग से हम लोग सड़क पर उतरकर आमरण अनशन करेंगे. इस बाबत पूछे जाने पर अनुमंडल पदाधिकारी सुरेश प्रसाद ने बताया कि सभी मार्गों पर लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर बस की संख्या बढ़ाई जाएगी . अगर इस दौरान ऑटो चालकों द्वारा किसी भी प्रकार का उदंडता किया गया तो उनके साथ प्रशासन सख्ती से पेश आयेगा. उदंडता बरतने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई भी किया जाएगा.
चौथे दिन भी बंद रहा ऑटो का परिचालन, लोग परेशान
ऑटो चालक संघ के द्वारा जारी हड़ताल के चौथे दिन गुरुवार को भी ऑटो वाहन का परिचालन नहीं होने के कारण यात्रियों को आवाजाही में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. लोगों को एक जगह से दूसरी जगह आने जाने में जुगाड़ गाड़ी , मालवाहक वाहन पर जैसे तैसे लदकर जाना पड़ा. जबकि कुछ लोगों ने परिवार के सदस्यों के साथ पैदल ही आवागमन किया. ऑटो परिचालन बंद होने का असर सीधा लोगों के दैनिक कार्यों पर देखा गया .कई लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने में भी काफी फजीहत उठानी पड़ी. चिलचिलाती धूप में यात्रा करने को लेकर हो रही फजीहत से लोगों में स्थानीय प्रशासन के खिलाफ आक्रोश देखा गया .
लोग यह कहते हुए दिखे कि इसमें अविलंब प्रशासन को हस्तक्षेप करना चाहिए. बीते चार दिनों से ऑटो के हड़ताल के कारण आवागमन को लेकर लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है .इससे लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए भी मनमाना तरीके से किराया भी चुकाना पड़ रहा है. इसके बावजूद भी प्रशासन के द्वारा चुप्पी साधे रखना लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता चला जा रहा है. लोगों ने बताया कि इन चार दिनों में जिला मुख्यालय से कुछ प्रखंडों का संपर्क बिल्कुल कट गया है और लोग अपनी जरूरत के हिसाब से ही एक जगह से दूसरी जगह आ रहे हैं.काहे का एटीएम, जब कैश ही नहीं