बरहट(जमुई) : थाना क्षेत्र के लखैय पंचयात अंतर्गत लकरा निवासी अपहृत पंचयात रोजगार सेवक प्रदीप कुमार रविवार अहले सुबह सकुशल घर पहुंच गया. इस बाबत उसके परिजनों ने बताया कि वह रविवार अहले सुबह लगभग 3 बजे अपने घर पहुंचा.
परिजनों ने बताया कि घर पहुचते ही बरामदे पर सोये अपने भाई अमरदीप को पकड़कर रोने लगा और रोते रोते बेसुध होकर गिर पड़ा. रोने की आवाज सुनकर जब परिजनों की नींद खुली तो उन्होंने घर का दरवाजा खोलकर देखा. सामने प्रदीप को बेसुध देखकर परिजनों की आंखे भर आयी. परिजनों ने बताया कि प्रदीप की वैसी हालत देखकर हमारी भी आंखे भर आयी.
वे लोग मुझे खादीग्राम तक ले गये, फिर पता नहीं
पुलिस के समक्ष आपबीती सुनाते हुए प्रदीप ने बताया कि मैं अपने घर से दाढ़ी बनाने के लिए बाजार जा रहा था. इसी क्रम में जब मैं लकरा पुलिया के पास एक सफेद स्कॉर्पियो वाहन लगा हुआ था. मैं जब वहां पहुंचा तो वहां पहले से मौजूद दो व्यक्तियों ने मुझसे पूछा कि कहां जा रहे हो.
मेरे बताने पर उन दोनों ने कहा कि चलो हम भी दाढ़ी बनाने जा रहे चलो हम तुम्हारे दाढ़ी भी बनवा देंगे. इतना कहकर उन्होंने मुझे गाड़ी पर बैठा लिया और वहां से चल दिया. उसके बाद वो लोग मुझे खादीग्राम तक ले गये उसके बाद क्या हुआ मुझे कुछ याद नहीं है.
प्रदीप कुमार ने बताया कि मेरी आंख जब खुली तो मैं ट्रेन में था जहां से वे लोग मुझे इलाहाबाद ले गये. और वहीं के पास के जंगल में मुझे रखा. प्रदीप ने बताया कि उस दौरान मेरे आसपास हमेशा चार की संख्या में हथियारबंद लोग घूमते रहते थे, तथा मुझ पर नजर रखा करता था. प्रदीप ने आगे बताते हुए कहा कि भुख लगने पर उसे बिस्कुट और पानी दिया जाता था. उसके बाद वे लोग मुझे अमृतसर हावड़ा एक्सप्रेस से लेकर जमुई आ गया.
जमुई स्टेशन पहुंचने पर उनलोगों ने मुझे छोड़ दिया और खुद चले गये. बताते चलें कि लकरा निवासी पंचायत रोजगार सेवक प्रदीप कुमार का कुछ अपराधियों ने अपहरण कर लिया था. जिसको लेकर उसके भाई अमरदीप कुमार ने बीते 08 अक्तूबर को प्रदीप के अपहरण कर लेने की लिखित आवेदन देकर डाढा पंचायत के पूर्व मुखिया विजय यादव को नामजद करते हुए अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करायी थी.