अतिक्रमण. नगर परिषद की उदासीनता से राहगीरों को हो रही परेशानी
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साहब कुछ करिए! सड़क किनारे लगी हैं दुकानें, पैदल कहां चलूं
अतिक्रमण. नगर परिषद की उदासीनता से राहगीरों को हो रही परेशानी जमुई : शहर के बाजारों में लगे अतिक्रमण को हटाने में नगर परिषद नाकामयाब साबित हो रही है. जिस वजह से शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि नगर परिषद में आम लोगों की शिकायत पर खानापूर्ति […]
जमुई : शहर के बाजारों में लगे अतिक्रमण को हटाने में नगर परिषद नाकामयाब साबित हो रही है. जिस वजह से शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि नगर परिषद में आम लोगों की शिकायत पर खानापूर्ति की जाती है. अंतत: अतिक्रमण का खामियाजा जनता को ही भुगतना पड़ता है. वही सड़क के दोनों किनारों पर फुटपाथ नहीं होने से लोगों को बीच सड़क पर चलने को मजबूर होना पड़ रहा है, इस कारण दुर्घटना का खतरा लगातार बना रहता है. साथ ही वाहनों की आवाजाही पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा नगर परिषद से जनता अतिक्रमण की समस्याओं को गिना रही है
तथा एक ही सवाल पूछ रही है कि उन्हें कब इस महा संकट से छुटकारा मिल सकेगा. मसलन शहर के कई मुख्य बाजार में सड़क के दोनों किनारों पर छोटे दुकानदारों, ठेला व रेहड़ी लगाने वाले दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लिया गया है. कुछ बड़े दुकानदारों द्वारा भी दुकान का सामान सड़क के कुछ हिस्से पर फैलाया जाता है.
वहीं शहर में पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण बाजार आने वाले लोगों को भी सड़क किनारे ही वाहन का पार्किंग करना पड़ता है. जो कि अतिक्रमण का एक मुख्य कारण बन कर सामने आ रहा है. ज्ञात हो कि सड़क के किनारे राहगीरों को चलने के लिए फुटपाथ का निर्माण किया जाता है जिससे कि सड़क पर वाहनों की आवाजाही में कोई समस्या उत्पन्न न हो. परंतु शहर में कहीं भी फुटपाथ नहीं होने के कारण राहगीरों को सड़क पर ही चलने को विवश होना पड़ रहा है. इसको दूर करने के लिए नगर परिषद के जिम्मेदार दावे तो करते हैं परंतु शिकायत के बाद कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जाती है. जिस वजह से अभी तक शहर की स्थिति काफी भयावह बनी हुई है.
कहते हैं लोग: इस बाबत प्रबुद्ध लोगों ने जल्द शहर को अतिक्रमण मुक्त कर आवाजाही सामान्य बनाने की मांग की है. लोगों ने कहा कि शहर को व्यवस्थित करने को लेकर प्रशासन को हर-हाल में उचित कदम उठाने की आवश्यकता है. तभी शहर में लोगों को रोज हो रहे परेशानी से निजात मिल सकता है. सौंदर्यीकरण और फुटपाथ की व्यवस्था होनी चाहिए.
लोगों की शिकायत पर सिर्फ खानापूर्ति करती है नगर परिषद
प्राय: मुख्य सड़क पर लगता जाम
लोगों का आरोप है कि सड़क किनारे अतिक्रमण जिम्मेदारों की मिलीभगत से होता है. लोगों का कहना है कि अगर ऐसा नहीं होता, तो शहर से अतिक्रमण कब का हटाया जा चुका होता. परंतु आज भी शहर की कई मुख्य सड़कों पर अतिक्रमण आम रूप से दिखाई देता है. यही कारण है कि अतिक्रमणकारियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. और न ही इन लोगों पर कार्रवाई ही होती है. सड़क किनारे कहीं भी मोटरसाइकिल तो कहीं साइकिल लगी है तो कहीं दुकानदारों ने अपनी दुकान सजा रखी है. वहीं सड़क किनारे खड़े वाहन के कारण मुख्य पथ पर भी जाम की स्थिति बन जाती है. हालत यह है के मुख्य मार्ग पर पूरे दिन वाहनों का भारी दबाव होता है. परंतु अतिक्रमणकारियों की वजह से शहर की स्थिति भयानक हो जाती है.
कहते हैं कार्यपालक पदाधिकारी
शहर में पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के बाबत पूछे जाने पर कार्यपालक पदाधिकारी अरविंद पासवान ने बताया कि त्योहार को देखते हुए शहर में फिलहाल अस्थायी पार्किंग की व्यवस्था की जायेगी और मुख्य बाजार क्षेत्र में चारपहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दिया जायेगा. इसके अलावे जिन लोगों ने शहर की सड़कों का अतिक्रमण किया है उन्हें नोटिस भेजकर दीपावली के पूर्व प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण हटाया जायेगा.
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