गोपालगंज : थोड़ी देर के लिए आपका भी सिर चकरा जायेगा. बात सोलह आने सच है. पुलिस और उत्पाद विभाग यूपी बॉर्डर पर चौकसी कर शराब जब्त करने में जुटा है. इस शराब को चूहा पी रहे हैं. चूहाें ने शराब के नशे में आसपास के घरों में आतंक मचा रखा है. पुलिस और उत्पाद […]
गोपालगंज : थोड़ी देर के लिए आपका भी सिर चकरा जायेगा. बात सोलह आने सच है. पुलिस और उत्पाद विभाग यूपी बॉर्डर पर चौकसी कर शराब जब्त करने में जुटा है. इस शराब को चूहा पी रहे हैं. चूहाें ने शराब के नशे में आसपास के घरों में आतंक मचा रखा है. पुलिस और उत्पाद विभाग के अफसर भी चूहों से परेशान हैं.
चूहों ने उत्पाद अधीक्षक के पर्श को भी कुतर डाला. ये पुलिस अधिकारियों की वरदी को कुतर दे रहे हैं. पुलिस सूत्रों की मानें, तो थाने में जब्त शराब में स्पिरिट भी है, जिसे आसानी से पीकर चूहे कपड़ों को काट कर बरबाद कर रहे हैं. चूहों ने कई जवान और पुलिस अधिकारियों की वरदी काटने के बाद उन्हें परेशानी में डाल दिया है. दरअसल जब्त शराब को रखने के लिए मालखाना है ही नहीं. जहां-तहां जगह बना कर शराब रखी हुई है.
जब्त शराब को लेकर सांसत में हैं अधिकारी : थानों में जगह के अभाव में जब्त शराब जहां-तहां रखी गयी है. भय इस बात का भी है कि कभी कोई जवान, चौकीदार इस शराब को लेकर कहीं किसी को दे दे या खुद पी जाये, तो मुश्किल हो जायेगा. जब्त शराब की निगरानी के लिए पुलिस के जवानों को अलग से जिम्मेवारी सौंपी गयी है.
पछुआ हवा के साथ गरमी भी अब चरम पर है. थाना परिसर में रखी गयी शराब को आग का खतरा है. बिजली के शॉट सर्किट या आग की एक चिनगारी शराब तक पहुंची, तो सब कुछ खाक में मिला सकता है. शराब को नष्ट कर देने का प्रावधान है. इसके लिए समाहर्ता की अनुमति के साथ ही कोर्ट से आदेश लेकर उत्पाद विभाग को नष्ट करना है. जब तक मामले की कोर्ट में सुनवाई होगी जब्त शराब का नमूना रखने का प्रावधान है. विभाग ने अब तक शराब को नष्ट करने के प्रति कोई कार्रवाई शुरू नहीं की है. इसके कारण थाना परिसर शराब से भरी हुई है.
शराब नष्ट करने की तैयारी में विभाग
उत्पाद विभाग ने शराबबंदी से पहले की शराब को नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की है. शराबबंदी के बाद शराब को नष्ट करने के लिए अलग प्रक्रिया है. उसे अभी बिहार में कही शुरू नहीं किया गया है.
प्रिय रंजन, उत्पाद अधीक्षक, गोपालगंज