गोपालगंज : महादलितों के उत्थान के लिए शासन स्तर पर कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित की गयी है, जिनमें प्रमुख है महादलित विकास मिशन योजना. जिले में महादलित बस्तियों में दम तोड़ रहा शौचालय बनाने की योजना.
आज भी महादलित टोले में अधिसंख्य लोग खुले में शौच करने को विवश हैं. स्वच्छता का असर महादलित बस्तियों तक नहीं पहुंचा है. नतीजा है कि महादलित टोला आज भी उपेक्षा का शिकार है.
चार साल में महज छह लाख हुआ खर्च
शासन स्तर पर महादलित बस्तियों में शौचालय बनाने के लिए वर्ष 2009 में 9959 घरों में शौचालय के लिए 58. 35 लाख की राशि पीएचइडी को आवंटित की गयी. मार्च 2010 तक महादलित परिवार के घरो में शौचालय बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. पीएचइडी के आंकड़ों पर गौर करें तो अब तक महज 2012 घरों में शौचालय बनाने का दावा किया गया है. इसमें 6.36 लाख रुपये खर्च करने की बात कही गयी है. आवंटित राशि की महज चार फीसदी राशि खर्च हो सकी है.
अधिकारियों ने नहीं की मॉनीटरिंग
महादलित परिवार के घरों में शौचालय बनाने की इस योजना की मॉनीटरिंग नहीं किये जाने के कारण स्थिति काफी खराब है. कभी इस मामले में अधिकारियों ने गंभीरता नहीं दिखायी है. इस कारण यह योजना पीएचइडी की फाइलों में दम तोड़ रहा है. हालांकि इस मामले में कार्यपालक अभियंता ने कुछ भी बताने से इनकार किया है.
– अवधेश कुमार राजन –