बिसरा रिपोर्ट से शराब पीने से मौत का होगा खुलासा
Advertisement
गोरखपुर से बिसरा लाने के बाद पुलिस ने पटना भेजा
बिसरा रिपोर्ट से शराब पीने से मौत का होगा खुलासा गोपालगंज : कुचायकोट थाना क्षेत्र के कर्णपुरा गांव में शराब पीने से हुई विजय बहादुर राम की मौत के बाद पुलिस ने गोरखपुर से उसके बिसरे को लेकर सीजेएम कोर्ट से अनुमति लेने के बाद पटना फाॅरेंसिक लैब में जांच के लिए भेज दिया. बिसरे […]
गोपालगंज : कुचायकोट थाना क्षेत्र के कर्णपुरा गांव में शराब पीने से हुई विजय बहादुर राम की मौत के बाद पुलिस ने गोरखपुर से उसके बिसरे को लेकर सीजेएम कोर्ट से अनुमति लेने के बाद पटना फाॅरेंसिक लैब में जांच के लिए भेज दिया. बिसरे की जांच रिपोर्ट से ही मौत के कारणों का खुलासा होने की संभावना है. हालांकि खजूरबानी कांड में सात मृतकों का बिसरा जांच के लिए पहले ही भेजा जा चुका है. बिसरे की जांच रिपोर्ट पर सबकी नजर है.
ध्यान रहे कि 21 अगस्त को कर्णपुरा गांव के विजय बहादुर राम की शराब पीने से स्थिति बिगड़ी थी. इलाज के लिए परिजन सदर अस्पताल लेकर आये. सदर अस्पताल में विजय बहादुर ने डॉक्टरों को लिख कर शराब पीने की बात कही थी. डॉक्टर ने उसकी स्थिति को गंभीर देख तत्काल गोरखपुर के लिए रेफर कर दिया था.
गोरखपुर जाते ही उसकी मौत हो गयी. शव का पोस्टमार्टम गोरखपुर में कराया गया. गत शुक्रवार को कुचायकोट के थानाध्यक्ष महेंद्र कुमार गोरखपुर से बिसरा लेकर आये तथा कोर्ट से अनुमति लेने के साथ ही पटना टीबी विज्ञान प्रयोगशाला (फाॅरेंसिक लैब) में जांच के लिए भेज दिया. बिसरे की जांच से स्पष्ट होगा कि शराब में कितना प्रतिशत अल्कोहल था. मौत का कारण अल्कोहल था या उसमें मिलाया गया कोई अन्य केमिकल. वैसे तो स्वास्थ्य विभाग की मानें, तो 16-17 अगस्त को सात मृतकों के पोस्टमार्टम के बाद उनके बिसरे को जांच के लिए भेजा गया है. अब तक रिपोर्ट विभाग को उपलब्ध नहीं हो पायी है.
पुलिस के रडार पर हैं शराब माफियाओं के मोबाइल
खजूरबानी में शराब पीने से 21 लोगों की मौत ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया. इस घटना के बाद पुलिस के रडार पर शराब माफियाओं से लेकर शहर के कई सफेदपोश लोगों का मोबाइल है. पुलिस के सर्विलांस पर कुछ अधिकारी के मोबाइल भी रखा गया है. पुलिस हर स्तर से कार्रवाई में जुटी है. कई सफेदपोश लोगों के नाम सामने आने के बाद पुलिस उनके मोबाइल को सर्विलांस पर रख कर मॉनीटरिंग कर रही है. पुलिस कप्तान के साइबर सेल हर पल की स्थिति को कैद कर रहा है. मोबाइल पर होनेवाली
बातचीत पर नजर रखी जा रही है. पुलिस सूत्रों की मानें, तो शराबकांड से जुड़े एक एक व्यक्ति की कुंडली तैयार की जा रही है. नगर थाने से शराब माफियाओं के बेहतर संबंध उजागर होने के बाद वरीय पुलिस अधिकारियों ने यहां कड़ा कदम उठाया है.
नगीना चौधरी ने किया था खुलासा : खजूरबानी के घटना के बाद पुलिस ने कारोबार के मास्टरमाइंड नगीना चौधरी लाल बाबू पासी समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया. नगीना चौधरी के बयान के दर्ज करने के बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी. नगीना चौधरी ने डीआइजी अजीत कुमार राव के सामने पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा किया था. उसने पुलिस से बेहतर संबंध से लेकर पुलिस की हर गतिविधि की जानकारी मिलने का भी खुलासा किया था. खुलासे के बाद सबसे पहले नगर थाने के इंस्पेक्टर बीपी आलोक समेत सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया.
इंस्पेक्टर के करीबी समेत छह कार्रवाई की जद में : खजूरबानी कांड के बाद जब शराब के कारोबारियों ने सनसनीखेज खुलासा किया, तो आनन-फानन में इंस्पेक्टर के करीबी रहे मुंशी होमगार्ड के जवान भगवानजी चौरसिया समेत आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर अब भी पूछताछ कर रही है.
वैसे भगवानजी चौरसिया का सेवा समाप्ति के लिए भी पुलिस कप्तान ने अनुशंसा की है, जबकि चौकीदार अशोक सिंह गोलू सिंह को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए उठाया है. चालक पर भी कार्रवाई चल रही. पुलिस ने स्टेशन रोड से भी कुछ लोगों को हिरासत में लिया जिनसे पुलिस की गोपनीय पूछताछ चल रही है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement