गोपालगंज : नवरात्र के समापन के बेला में अष्टमी व नवमी एक साथ मनायी गयी. देवी मंदिरों, झांकी, पूजा पंडालों व घरों में देर रात तक पूजा के साथ ही हवन किया गया. घरों में लोगों ने कुलदेवी की पूजा भी की. मुरादें मांगने के साथ ही लोगों ने खीर, हलवा – पूड़ी का प्रसाद भी बांटा. सुबह से ही कई स्थानों पर हवन, पूर्णाहुति, कन्या पूजन व भंडारे का सिलसिला शुरू हुआ था, जो दशमी की शाम तक चलता रहा. देवी मंदिरों में खासी भीड़ रही.
शहर के रामनरेश नगर स्थित गायत्री शक्तिपीठ मंदिर में 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ किया गया. एक हजार से अधिक व्रत रखनेवाले श्रद्धालुओं ने हवन किया. हवन के लिए पूजन सामग्री गायत्री शक्तिपीठ की ओर से नि:शुल्क उपलब्ध करायी गयी. हवन के बाद पूर्णाहुति वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ करायी गयी.
इसके बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया. मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद के रूप में खिचड़ी और खीर ग्रहण किया. इस मौके पर गायत्री शक्तिपीठ के चंचल कुमार, त्रिभुवन, प्रेम केडिया सहित सभी सदस्य शामिल हुए