पटना : पहले चरण के चुनाव में वोटिंग प्रसेंटेज बढ़ने को ले कर वाम ब्लॉक खासा उत्साहित है. वाम ब्लाॅक बढ़े हुए वोटिंग प्रसेंटेज को अपने पक्ष में मान कर चल रहा है.
दूसरे चरण के इलेक्शन में जीत को अपनी मुट्ठी में कर लेने को सीपीआइ, सीपीएम और भाकपा-माले ने अपने शाीर्ष नेताओं को चुनाव कैंपेंनिंग में तो झोंका ही है,
अपने कार्यकताओं को भी दिन-रात लगा रखा है. दूसरे चरण में वाम ब्लॉक को कम-से-कम डेढ़ दर्जन सीटों पर विजय-श्री मिलने की पक्की उम्मीद है. दूसरे चरण में भाकपा-माले के लिए काराकाट, ओबरा, अरवल, कुर्था और जहानाबाद सीट प्रतिष्ठा की सीटें बन गयी है.
इन पांचों सीटों पर भाकपा-माले ने क्रमश: अरुण सिंह, राजा राम सिंह,महानंद प्रसाद, अवधेश यादव और संतोष केसरी को मैदान में उतारा है.
माले काे इन पांचों सीटों पर जीत मिलने की उम्मीद है. दूसरे चरण में माकपा ने महज दो ही सीटों क्रमश: चैनपुर और सासाराम में अपने प्रत्याशी उतारे हैं. माकपा दोनों सीटों पर कड़ी टक्कर में है. दूसरे चरण में भाकपा ने वैसे तो 13 प्रत्याशी खड़े किये हैं, किंतु उसे कम-से-कम पांच सीटों पर जीत की पक्की उम्मीद है.
ऐसी सीटों में गोह, रफीगंज, अतरी, बेला और गया शहर प्रमुख हैं. दूसरे चरण की 34 सीटों पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराने में तीनों दलों ने कोई कसर नहीं छोड़ी है. तीनों दलों ने अपने-अपने शीर्ष नेताओं की कई चुनावी सभाएं करायी हैं.
वाम ब्लॉक के दीपंकर भट्टाचार्य, प्रकाश करात, बृंदा करात, सीताराम येचुरी, हन्नान मोला, कविता कृष्णन, सीपी बक्शी और मो. सलीम सहित कई नेताओं की दर्जनों चुनावी सभाएं हुई हैं.
इसके अलावा तीनों दलों के 50 से उपर क्षेत्रीय नेताओं ने भी सघन चुनावी दौरा किया है. तीनों वाम दलों ने गाव-पंचायत स्तर तक अपने नेता -कार्यकर्ता ओं को जन संपर्क अभियान में लगा रखा था. दूसरे चरण में वाम प्रत्याशी एक नजर में -सीपीआइ : 13 सीपीएम : 02 भाकपा-माले : 19