गोपालगंज . सूबे में आइएसओ प्रमाणित यह पहला अस्पताल है, जहां स्वर्ग से आकर डॉक्टर मरीजों का इलाज करते हैं. अस्पताल प्रशासन ने प्रत्येक सोमवार और मंगलवार को दोपहर दो बजे से रात्रि नौ बजे तक ड्यूटी को दे रखी है. अस्पताल में डॉक्टरों के ड्यूटी रोस्टर में ऐसा दरसाया गया है. सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में मृत डॉक्टर को तैनात किया गया है. बाजाप्ते अस्पताल प्रशासन ने उनकी ड्यूटी का समय भी निर्धारित किया है. रोस्टर में एक ऐसे डॉक्टर का नाम है, जिनका तबादला सीवान में हो गया है. सीवान में पिछले कई महीनों से डॉ शशिभूषण सिन्हा कार्यरत हैं. लेकिन, उनका नाम ड्यूटी रोस्टर में है. डॉ जमशेद अहमद का निधन छह माह पहले हो गया.
लेकिन, अस्पताल प्रशासन उनसे अभी ड्यूटी ले रहा है. अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में टंगा यह रोस्टर एक सप्ताह पहले लगाया गया है. दिल्ली से आइएसओ की टीम सदर अस्पताल में जांच करने आयी थी. अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में डॉक्टरों का ड्यूटी रोस्टर तैयार करा कर इमरजेंसी वार्ड और ओपीडी में लगाया. रोस्टर पर बाजाप्ते अस्पताल मैनेजर, अस्पताल उपाधीक्षक और मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के पद भी दरसाये गये हैं. मामले पर जब अधिकारी से संपर्क किया गया, तो उनका जवाब भी वैसे ही आया. जैसे वे बेहतर और अच्च्छे तरीके से काम कर रहे हैं. बहरहाल, अस्पताल में आनेवाले मरीज मंगलवार को डॉ जमशेद अहमद से इलाज कराने के लिए बेताब दिखे. बाद में उन्हें जब हकीकत पता चली, तो वह वहां से निकल पड़े.