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विधानसभा में गूंजी कटाव पीड़ितों की मांग

गोपालगंज : गंडक नदी से विस्थापित 190 परिवार पिछले एक वर्ष से सरकारी राहत के लिए दर– दर की ठोकर खा रहे. इसे गंभीरता से लेते हुए सदर विधायक सुभाष सिंह ने विधानसभा में संकल्प प्रश्न उठाया. इसके जवाब में शुक्रवार को आपदा प्रबंधन विभाग की मंत्री रेणु कुशवाहा ने 20 लाख रुपये का आवंटन […]

गोपालगंज : गंडक नदी से विस्थापित 190 परिवार पिछले एक वर्ष से सरकारी राहत के लिए दरदर की ठोकर खा रहे. इसे गंभीरता से लेते हुए सदर विधायक सुभाष सिंह ने विधानसभा में संकल्प प्रश्न उठाया. इसके जवाब में शुक्रवार को आपदा प्रबंधन विभाग की मंत्री रेणु कुशवाहा ने 20 लाख रुपये का आवंटन जिला प्रशासन को देने की घोषणा की ताकि पीड़ितों को 50 किलो चावल ,50 किलो गेहूं तथा नकद मुआवजा मिल सके.

बता दें कि पिछले ही वर्ष 190 परिवार को राहत से वंचित कर दिया गया था. डीएम कृष्ण मोहन ने लगातार विभाग से पत्राचार किया और अंत में विधायक सुभाष सिंह ने पीड़ितों की दर्द को विधानसभा में उठाया. मंत्री ने आश्वस्त किया कि राशि का आवंटन जिला प्रशासन को उपलब्ध करा दिया गया है. पीड़ितों को अब राहत सामग्री मिलने का रास्ता साफ हो गया.

गंडक नदी की बाढ़ से गांव की हालत गंभीर होने लगी है. दियारे के तीन दर्जन से अधिक गांवों में हालत बिगड़ने लगी है. नदी का जल स्तर कम होने से नदी का कटाव तेज हो गया है. विशंभरपुर, धूपसागर ,राजापुर, सलेहपुर आदि गांवों में बाढ़ का पानी के कारण लीग घिरे हुए है. यहां सड़कों पर पानी जमा हो गया है.

उधर सदर प्रखंड के भसही , निरंजना , खाप मकसुदपुर ,रजवाही ,रामपुर टेगराही ,बकुआ टोला , मकसुदपुर कठघरवा , भोजली ,जगीरी टोला , हिरापाकड़ , समेत दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी से लोगों का घर तबाह हो गया है. लोगों के घरों में दो से तीन फुट पानी बह रहा है, जिसके कारण लोग छत और मचान को सहारा बनाये हुए हैं. यहां सबसे अधिक तबाही चूल्हा पानी में डूब जाने के कारण हुआ है.

यहां गरीब और अमीर सभी लोग भूख और प्यास से तड़प रहे हैं. उनको खाने की व्यवस्था तक प्रशासन की तरफ से नहीं हो सका है, जिसके कारण स्थिति बिगड़ रही है. गंडक नदी की बाढ़ की त्रासदी को हर साल कमोवेश दियारा के इन तीन दर्जन गांव को झेलना पड़ता है. यहां के लोग भी गंडक के पलपल की स्थिति से अवगत रहते हैं. नदी की हर रुख को पहचानते हैं.

मेहदिया ,कठघरवा का आठ टोला नदी के बीच समाहित हो गया , तो अब कुचायकोट के कालामटिहिनिया पंचायत के तिवारी टोला ,यादव टोला ,टाड़ पर नदी के बीच समाहित हो चुका है. टाड़ पर भी आधे से अधिक गांव नदी की कोख में समा चुका है.

* तटबंध सुरक्षित होने का दावा

गंडक नदी का जल स्तर लगातार घटने और बढ़ने से कटाव तेज है फिर भी बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता राहुल मिश्र ने दावा किया है कि तटबंध पूरी तरह से सुरक्षित है. पतहरा से लेकर गम्हारी तक तटबंध पर कही कोई खतरा नहीं है. फिर भी विभाग के अधिकारी तटबंधों की लगातार चौकसी बरत रहे है. उधर गंडक नदी में वाल्मीकि नगर बराज से शाम 6 बजे 1.76 लाख क्यूसेक जल स्तर छोड़े जाने की सूचना है.

हालांकि गंडक नदी की जलस्तर मे कमी आयी है. नदी का दबावपतहरा ,ख्वाजेपुर ,तटबंध पर बना हुआ है. विभाग के अधिकारी पूरी तरह तटबंधों को सुरक्षित मान रहे हैं. विभाग का कहना है कि गंडक नदी पर बनाये गये महासेतु निर्माण में 12 किलोमीटर बेतिया साइड से एप्रोच रोड बना कर प्राकृतिक सहायक नदी की मुहाना को बंद कर देने के कारण गोपालगंज में गंडक नदी की तबाही कुछ ज्यादा हो गयी है. प्रशासन ने दो मुहाने को खुलवाया ,उसे भी डायवर्सन के नाम पर भर दिया गया है, जिससे पानी नहीं निकल पा रहा.

* आपदा प्रबंधन मंत्री ने की 20 लाख रुपये तत्काल आवंटित की.

* विधायक सुभाष सिंह की मांग पर मंत्री ने की घोषणा

* कठघरवां के 190 पीड़ितों को मिलेगी राहत

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