शहर के सदर अस्पताल भी सुरक्षित नहीं है. कहने के लिए यहां दो चार के होमगार्ड जवानों की तैनाती है. फिर भी अस्पताल से कई घटनाएं हो चुकी है. यहां तक की 11 मई को अस्पताल से तीन माह की नवजात बच्ची की चोरी की घटना हो चुकी है.
आज तक बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला है. सुरक्षाकर्मियों की मनमानी के कारण अस्पताल में घूस कर मरीजों के साथ कई बार मारपीट की घटनाएं हो चुकी है. यहां सुरक्षा में चारों तरफ छेद-ही-छेद है.